अनुज अभिजीत को जितना मैंने जाना है
१. सभी के मान सम्मान को बनाये रखते हैं
२. अपने में जिस कमी को देखते हैं उसको बाहर करने की कोशिश करते हैं
३. अपने कार्य को प्रगति के पथ पर शीघ्र देखना चाहते हैं
४. एक अजीब सी कशिश मैंने इनमे देखी है, अनुज खुद ही बेहतर बता पाएंगे कि वो कशिश किस बात को लेकर है ?
५. इनमे खुद को परिपूर्ण देखने की उत्कंठा है
मैं यहाँ किसी कमी की कोई बात नहीं करूँगा
क्योंकि ये बेहद सुधारवादी हैं
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