Re: कुंवर बेचैन की रचनाएँ
कुंअर बेचैन ने कुछ अनुपम गज़लें कही हैं, जिन्हें हिन्दी ग़ज़ल का आधार कहा जाता है ! यदि कहा जाए कि शमशेर बहादुर सिंह और दुष्यंत कुमार के बाद एक वे ही समर्थ हिन्दी ग़ज़लगो हैं, तो संभवतः अतिशयोक्ति नहीं होगी ! एक अच्छे सूत्र के निर्माण के लिए मेरी ओर से बधाई स्वीकार करें !
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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