Re: महाभारत में वर्णित कुछ श्राप
महाभारत में वर्णित कुछ श्राप
युधिष्ठिर द्वारा समस्त स्त्री जाति को श्राप
जब महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ तो माता कुंती ने पांडवों को एक रहस्य बताया। उन्होंने बताया कि कर्ण उनका ही भाई था। यह बात सुनकर पांडव बहुत दुखी हुए। क्योंकि उन्होंने अपने ही हाथों से अपने भाई का वध किया था। रहस्य जानने के बाद युधिष्ठिर ने कर्ण का विधि – विधान पूर्वक अंतिम संस्कार किया। इसके बाद वे अपनी माता कुंती के पास गये और शोकाकुल अवस्था में उन्होंने समस्त स्त्री जाती को श्राप दे डाला कि आज से कोई भी स्त्री किसी भी प्रकार का रहस्य नहीं छुपा पायेगी।
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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