Re: शायरी में मुहावरे
मुहावरा > साँसें उखड़ना = बहुत थक जाना
मैं मंज़िल के निशाँ कभी के छू लेता
लेकिन रस्तों की भी उखड़ी साँसें थीं !!
यूसुफ रईस
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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