Re: अनमोल वचन : जीवन तर्क
भले की सर्वोच्च आदर्श अप्रतिकार हो, किंतु यदि हम प्रतिकार नहीं कर सकते।
लेकिन मेरा मानना है कि अगर नकली है तो परमार्थ भी बुरा है और अगर सच्चा है तो स्वार्थ भी अच्छा है।
वहां अपने स्वतंत्र जीवन से जो बड़ा जीवन है। वही मनुष्य बचाना चाहता है।
अधिकतर लोगों का जीवन सुखद और दुखद घटनाओं से भरा होता है।
अधिकांश लोग आध्यात्मिकता को जीवन-विरोधी या जीवन से पलायन मानते हैं।
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