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Originally Posted by ramya
साक्षात्कार में सदस्यों को जोड़ने और बांधे रखने की विशेष क्षमता है, जिसके मंच के विकास में प्रयोग किया जा सकता है. हालाँकि इसमें कई प्रश्न नीरस और अभ्यासिक बातो से काफी दूर हैं. कई लोगो को तो ऐसे उत्तर देते हुए पाया गया है की जैसे वो संसार से सबसे बड़े मसीहा हो. हाल के कुछ दिनो से सूत्र में कुछ गति मंद हुई है. इसको फिर से सरपट दौराने के लिए सूत्रदार को कम से कम 25 रोचक, वाद विवाद से भरपूर, आम जीवन से जुड़े बातो पर सवाल बनाने चाहिए जिसके उत्तर जो भी नया सदस्य साक्षात्कार के लिए आता है, उसके सामने रखे जाए.
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रम्या जी ,
इसके अतिरिक्त एक और सूत्र दोस्तोँ की नज़र फोरम के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है । उसमेँ भी जोड़े रहने एवँ बाँधे रहने का गुण विद्यमान है । मेरी अपनी मान्यता है कि लगभग 25 - 50 प्रविष्टि कर चुके नवागन्तुक सदस्य को यदि प्राथमिकता देते हुये सूत्र हेतु आमन्त्रित किया जाये तो फोरम के नियमित सदस्योँ की सँख्या मेँ गुणात्मक वृद्धि होगी । अभी तक का मेरा अनुभव है कि नवागत की तुलना मेँ पुरानोँ को ही प्राथमिकता दी जाती रही है जबकि आवश्यकता नये सदस्योँ को जोड़ने की है । हाँ , यह अवश्य है कि प्रबन्धन एवं नियमित वरिष्ठ सदस्य इसमेँ विशेष और व्यक्तिगत रुचि लेँ ।