थ्री चीयर्स,
अभिषेक जी को इस विशेष अवसर पर आज मुबारकबाद देते हुए बड़े हर्ष और गर्व की अनुभूति हो रही है. फोरम की उपलब्धियां उन्हीं की उपलब्धियां है, किन्तु उन्होंने फोरम का इतना सुन्दर प्रारूप तैयार किया और व्यक्तिगत रूप से न सिर्फ प्रशासनिक बल्कि लेखकीय सन्दर्भों में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है. फोरम के नए पुराने सदस्यों को समय समय पर समुचित मार्गदर्शन प्रदान करना और फोरम पर प्रस्तुतियों में सत्यम, शिवम्, सुन्दरम की प्रतिध्वनि सुनिश्चित करने के कारण ही हमारा फोरम हिंदी जगत में इस मुकाम को हासिल कर सका है. अभिषेक जी की परिपक्वता, लगन और सूझ-बूझ का ही पल्लवित पुष्पित रूप हमें इस बगिया में चारों ओर दिख रहा है.
अभिषेक जी को धन्यवाद और बहुत बहुत बधाई