बदले की कहानी है 'बदलापुर'
सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है डायरेक्टर श्रीराम राघवन की फिल्म 'बदलापुर'। फिल्म के नाम ने दर्शकों को पहले से ही सस्पेंस में रखा हुआ था कि आखिर इसकी कहानी क्या होगी? हालांकि, नाम में ही पूरी कहानी छुपी हुई है। जी हां, यदि बदलापुर से 'पुर' हटा दिया जाए तो सिर्फ रह जाता है 'बदला', यानी फिल्म एक इंसान के बदले की कहानी है। वैसे, हिंदी सिनेमा में बदले की कहानी पर फ़िल्में अक्सर बनी हैं। कभी हीरो को मां-बाप के कत्ल का बदला लेते देखा गया तो कभी बहन से हुए बलात्कार का। 'बदलापुर' में भी डायरेक्टर श्रीराम राघवन ने ऐसा ही कुछ दर्शकों के सामने परोसा है, लेकिन एक नए कलेवर में।
कैसी है फिल्म की कहानी
'बदलापुर' में बदला है ऐड एजेंसी में काम करने वाले एक आम आदमी रघु (वरुण धवन) का। कहानी की शुरुआत में ही रघु की बीवी मिशा (यामी गौतम) और बेटा रॉबिन का बैंक में डकैती के दौरान कत्ल कर दिया जाता है। दरअसल, दो चोर लायक (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) और हरमन (विनय पाठक) घूमने निकली मिशा की गोली मारकर हत्या कर देते हैं। वहीं, मिशा और रघु के बेटे रॉबिन की मौत भी इसी दौरान कार से गिरने के कारण हो जाती है। घटना के बाद पुलिस लायक को गिरफ्तार कर जेल में डाल देती है और उसका दूसरा साथी फरार हो जाता है। इधर, रघु अपनी पत्नी और बेटे की मौत का बदला लेने के लिए नौकरी छोड़ बदलापुर में रहने लगता है और लायक की रिहाई का इंतजार करता है। 15 साल लंबे इंतजार के बाद आखिर रघु अपना बदला लेने में कामयाब हो जाता है। कहानी में झिमली (हुमा कुरैशी) और शोभा (दिव्या दत्ता) भी अहम किरदार हैं। उनका क्या रोल है और वे रघु के जीवन में क्या बदलाव लाती हैं, यह सब जानने के लिए आपको 'बदलापुर' देखनी होगी।
श्रीराम राघवन का डायरेक्शन
श्रीराम राघवन के निर्देशन में बनी यह चौथी फिल्म है। फिल्म के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है, जो साफ दिखाई देती है। हालांकि, सेकंड हाफ में कुछ खामियां हैं और फिल्म की रफ्तार भी धीमी हुई है। लेकिन फिल्म की कहानी को जिस तरह श्रीराम राघवन ने बांधा है, वह दर्शकों को सीट से चिपकाए रखती है।
स्टार्स का परफ़ॉर्मेंस
वरुण धवन की छवि अब तक एक चॉकलेटी ब्वॉय की थी, लेकिन 'बदलापुर' देखने के बाद उनके प्रति दर्शकों का नजरिया बदल जाएगा। उन्होंने रघु के किरदार के लिए अपनी ओर से पूरी मेहनत की है। हालांकि, कहीं-कहीं यह एहसास भी होता है कि उन्हें ऐसे सीरियस रोल करने के लिए अभी भी थोड़ी-बहुत मेहनत की जरूरत है। नवाजुद्दीन की एक्टिंग की तारीफ करनी होगी। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि 'लायक' के किरदार के लिए उनसे लायक कोई नहीं हो सकता था। बाकी स्टार्स ने अपने-अपने हिस्से का काम बखूबी किया है। विनय पाठक इसमें सीरियस किरदार में दिखे हैं। हुमा कुरैशी, दिव्या दत्ता और राधिका आप्टे ने भी अच्छा काम किया है, तीनों ने ही फिल्म में बोल्डनेस की थोड़ी बहुत छौंक लगाई है। हालांकि, यामी गौतम का बहुत कम रोल है, जिससे दर्शक निराश हो सकते हैं।
फिल्म का संगीत
'बदलापुर' में जहां शानदार कहानी और परफ़ॉर्मेंस है, तो वहीं इसका संगीत भी काफी अच्छा है। आतिफ असलम की आवाज में 'जीना जीना' और दिव्य कुमार की आवाज में 'जी करदा' सॉन्ग्स पहले ही पॉपुलर हो चुके हैं। बाकी सॉन्ग्स 'जुदाई' और 'बदला-बदला' भी अपनी जगह ठीकठाक हैं।
देखें या नहीं
बदलापुर में नवाजुद्दीन सिद्दिकी ने नेगेटिव किरदार निभाया है। हालांकि, वह फिल्म के हीरो से तरह उभरकर सामने आए है। विलेन होने के बावजूद उन्होंने अपनी एक्टिंग के दर्शकों को गुदगुदाया है। वहीं, अगर आप वरुण धवन के फैन हैं और उन्हें एक अलग अवतार में देखना चाहते हैं तो यह फिल्म आपके लिए है। सस्पेंस और थ्रिलर के शौकीन भी इसे देख सकते हैं।