Re: mann ki uljhan... jo kabhi kabhi pareshan karne aati hai... per kyoun? yea samajh me nahi aata!!
राहुल जी, आपकी सुन्दर अभिव्यक्ति मन को मोह लेती है. एक व्यक्ति के सामने नित नये प्रश्न और नित नई समस्याएं उभर कर आती हैं और उसे घेर लेती हैं. हम चाहते हैं कि इन सभी प्रश्नों को तर्कपूर्ण उत्तर नसीब हों.
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