Re: आम: फलों का राजा
भारत के बेहतरीन आम
- राज्यश्री सेन
भारत में आमों के विशिष्ट स्वादों वाली सैकड़ों किस्में हैं।
ये साल का बेहतरीन मौसम है: आम का मौसम। आप भारत के बाज़ारों से पके आमों की भीनी-भीनी खुशबू से सराबोर हुए बिना नहीं गुज़र सकते।
मुझे याद है जब मैं छोटी थी तो छोटे पीले आम मेरी हथेलियों में समा जाते थे। आप उन्हें डाल-वाले छोर से निचोड़ें, उनका मुंह खोलें और स्वादिष्ट मीठा गूदा चूसें।
भारत में आमों के विशिष्ट स्वादों वाली सैकड़ों किस्में हैं। कई लोग खुद को इनका पारखी समझते हैं और अलग-अलग किस्मों को सूंघकर परखते हैं।
भारत में, लोग आम को महज़ एक फल के तौर पर नहीं खाते। वे इसका इस्तेमाल मीठे पकवान बनाने में भी करते हैं, जैसे आम खीर अथवा पायसम, श्रीखंड, स्मूदी और लस्सी। मैंने स्वादिष्ट आम कुल्फी भी खाई है, जो घर पर बने क्रीमी आइस लॉली का हमारा संस्करण है।
यहां आमों की कुछ किस्में हैं, जिन्हें आप बाज़ार में खोज सकते हैं। शायद आपको भी जल्द ही अपने पसंदीदा आम की किस्म खाने को मिल जाए क्योंकि किसी विशेष के प्रति आकर्षण अस्वभाविक नहीं है।
मेरे लिए, आमों का राजा लंगड़ा है। वो अन्य के मुकाबले हरा और गोलाकार, अल्फांसो से छोटा और कहीं ज्यादा मीठा होता है। मैंने दिल्ली में लंगड़ा आम काफी देखा है।
लंगड़ा आम मूल रूप से वाराणसी के नज़दीकी इलाके से संबद्ध है। आम की इस किस्म, जैसा कि इससे संबद्ध कहानी कहती है, का नाम एक लंगड़े किसान के नाम पर रखा गया, जिसने पहली बार इसकी खेती की। लंगड़ा हिंदी और बंगाली भाषा का शब्द है।
आम का एक दूसरा राजा अल्फांसो है। मैंने लोगों को यूके में इसकी पेटियां की पेटियां ले जाते देखा है। अल्फांसो आम महाराष्ट्र के रत्नागिरी में उगाए जाते हैं। इसकी खुशबू अविस्मरणीय और अलग है।
अल्फांसो को हापूस भी कहा जाता है, जिसे इनकी खरीदारी के वक्त याद रखना फायदा दिला सकता है।
दिलचस्प केसर एक काफी कम करके आंकी जाने वाली आम की किस्म है। ये आम गुजरात और सौराष्ट्र से आता है। इसे केसर इसके रंग और खुशबू के कारण कहा जाता है। अगर आप मिठाई, मिल्कशेक और अन्य आकर्षक चीज़ बना रहे हों, तो ये एक अच्छी किस्म वाला आम है क्योंकि इसके गूदे में रेशे नहीं होते।
आम की एक किस्म दशहरी भी है, जो उत्तर प्रदेश के इसी नाम के एक गांव मंम उगाई जाती है। ये अन्य आमों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा लंबा और बाहर से पीला नहीं हरा होता है। दशहरी का स्वाद अपूर्व है।
तोतापुरी हरा होता है और आकार में अंडाकार। ये सलाद और सालसा के लिए बेहतरीन है, लेकिन इसका अपना स्वाद ज्यादा अच्छा नहीं, क्योंकि ये ज्यादा मीठा नहीं होता।
मीठे की बात करते हुए, मुझे याद आता है कि जब मैं बैंगलोर अपने एक दोस्त के घर गई, तो मैंने बादामी आम खाया। अगर आपको बहुत मीठा खाने की इच्छा है, तो इसके जैसा कोई दूसरा नहीं, ये आपके लिए है।
आम के मौसम का लुत्फ उठाइए और जितनी किस्म के आम खा सकते हैं, खाइए।
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