Re: डार्क सेंट की पाठशाला
रचनात्मकता को निखारें
हर इंसान में किसी न किसी तरह की रचनात्मकता जरूर होती है। आप यह कहकर चुप नहीं बैठ सकते कि मैं क्रिएटिव नहीं हूं। सॉफ्टवेयर इंजीनियर, बिजनेसमैन व सोशल साइट ट्विटर के सह-संस्थापक बिज स्टोन का उदाहरण सामने रख कर हम इसे और भी आसानी से समझ सकते हैं। बिज स्टोन हाई स्कूल पास करने के बाद न्यूयॉर्क की एक पब्लिशिंग कंपनी में काम करने लगे। उनका काम बॉक्स उठाकर रखना था। एक दिन जब स्टाफ के लोग लंच के लिए बाहर गए हुए थे, तब उन्होने एक किताब का कवर डिजाइन कर दिया और चुपके से उन कवर डिजाइन के बीच रख दिया जो संपादकीय टीम की मंजूरी के लिए जाने थे। आर्ट डायरेक्टर की उस कवर पर नजर पड़ी, तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने स्टोन को बुलाकर पूछा कि इस कवर को किसने डिजाइन किया है? स्टोन ने बताया कि यह मैंने डिजाइन किया है। वह स्टोन की ओर पलटे और कहा, तुम्हारा डिजाइन चुन लिया गया है। उन्होंने स्टोन को कवर डिजाइनर की फुलटाइम नौकरी का आफर दिया। स्टोन इस बेहतरीन मौके को गंवाना नहीं चाहते थे। स्टोन ने कॉलेज छोड़ यह नौकरी करने का फैसला किया। स्टोन के आर्ट डायरेक्टर स्टोन से 30 साल बड़े थे। उनके साथ काम करके स्टोन को पता चला कि रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं है। आप लगातार नए प्रयोग कर सकते हैं। प्रयोग करने की संभावनाएं असीमित हैं। हमें लगातार अपनी रचनात्मकता को निखारने की कोशिश करनी चाहिए ताकि हम और बेहतर कर सकें। इतना तो तय है कि हम जितना बेहतर करेंगे उसका फल भी हमे उतना ही बेहतर मिलेगा। बस जरूरत तो केवल इस बात की है कि हम जो भी काम करें पूरे मन से करें और उसमें अपनी पूरी रचनात्मकता झौंक दें। तय मानिए, जब हम कोई काम पूरे मनोयोग और रचनात्मकता के साथ करते हैं, तो हमें उसका परिणाम भी बेहतर ही मिलता है।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
Last edited by Dark Saint Alaick; 13-01-2013 at 01:00 AM.
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