Re: ..गरीबी ..
सच कहूँ तो ये तस्वीर हम रोज अपनी आँखों के सामने देखते हैं
इनकी हालत पर अफ़सोस जताते हैं और अपना फर्ज पूरा समझते हैं
पर क्या सचमुच हमारा फर्ज पूरा होता है
सच तो ये है की इनमें से कुछ का इस्तेमाल तो हम खुद के स्वार्थ के लिए भी करते हैं
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घर से निकले थे लौट कर आने को
मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए
बिगड़ैल
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