कुछ तर्क
हिंदी फोरम के सभी सदस्यों से निवेदन है की कृपया इस बहस में जरुर भाग ले क्यूंकि ये जो विषय मैं यहाँ रखने जा रही हूँ वो सबके जीवन से जुडा हुआ हुआ है और सबके अपने अपने विचार भी अलग से होते हैं इस विषय पर जो की इंसानी जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण अहम् हिस्सा है वो है ...............................शादी............... ..........
आज के समय में मैंने कई जगह देखा और पाया की आजकल शादी में लोग लाखो करोडो रुपयों का खर्च करते हैं जो शादी दो दिन में हुआ करती थी अब उस शादी के प्रोग्राम स ८ से लेकर १० दिन तक के हो जाते हैं
जिसमे खर्च और थकन होतीहै par दूसरा फायदा ये भी है की जो लोग कई बरसो से नहीं मिले होते वे इसीshadi ke बहाने मिल भी जाते हैं और रोज मर्रा के ढर्रे से बहार निकलकर कुछ अलग वातावरण प्राप्त करके फ्रेश हो जाते हैं और कई जगह बरसो से रहे मीठे सम्बन्ध छोटी सी गलतियों की वजह से कड़वाहट में बदल जाते हैं तो कहीं कडवे सम्बन्ध मिठास में परिवर्तित हो जाते हैं ... इस विषय मैं आप सबसे ये जानना चाहूंगी की आजकल जो शादी में भयंकर खर्च किये जाते हैं वो किस हद तक ठीक है ?या फिर ठीक है भी या नहीं ?
मुझे आप सबके विचारों का इंतजार रहेगा ... और हाँ सिर्फ खर्च ही नहीं इस विषय पर आप रिश्तों के विषय में अपने अपने मंतव्य यहाँ रख सकते हैं ..
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