बहुत हुआ
आ अब लौट चले |
एक सुन्दर सु-मधुर
धरा का निर्माण करे |
बहुत हुआ
आ अब लौट चले |
भारत और पाकिस्तान एक-दुसरे का सम्मान करे
कूटनीति, कपटनीति व् राजनीती का त्याग करे |
मैला मन का ,गरल गले का
गंगा और सतलुज में प्रवाह करे|
एक सुन्दर सु-मधुर
धरा का निर्माण करे
बहुत हुआ
आ अब लौट चले |
शांति -पथ पुकारता बार-बार
आ मिल कर आगे बढे |
उन्नति करे ,प्रगति करे
मानवता का नया इतिहास रचे |
एक सुन्दर सु-मधुर धरा का निर्माण करे
बहुत हुआ
आ अब लौट चले |