किस्मत वालों को ही मिलता है प्यार बच्चों क
दुनियाँ में आज का दिन बुज़ुर्गों का दिन मनाया जाता है. यह दिन इस लिए मनाया जात है कि बच्चों का बुज़ुर्गों की तरफ़ उनके फ़र्ज़ को याद दिलाने के मक़सद से मनाया जाता है. मैं अपने विचार आपके सामने रख रहा हूँ
किस्मत वालों को ही मिलता है प्यार बच्चों का...... बंसी
हर कोई बनता है बुज़ुर्ग आता है बढ़ापा सब का
मगर किस्मत वालों को ही मिलता है प्यार बच्चों का
खुश किस्मत के सर पर ही होता है हाथ बुज़ुर्गों का
अपने बच्चे माँ बाप के लिए होते हैं टुकड़ा जिगर का
उन की खुशी के लिए करते हैं कत्ल अपनी खुशी का
बच्चों के भले के लिए करते हैं सामना हर तकलीफ़ का
उन बच्चों के ही हाथों हो रहा है कत्ल अरमान माँ बाप का
दिन-ब- दिन बॅडता जा रहा है लोभ पैसे का
पैसे की खातिर ही हो रहा है कत्ल सब रिश्तों का
भाई का बहन का अपने ही माँ बाप का
पैसों की हवस के कारण हो रहा है अपमान बुज़ुर्गों का
अक्सर परिवार में छिन रहा है हक़ बुज़ुर्गों का
आज ओल्ड एज होम ही बन रहा है घर बुज़ुर्गों का
जहाँ रोते रोते सूख जाता है पानी उनकी आँखों का
नहीं होता बच्चों को एहिसास इस हक़ीकत का
बुज़ुर्ग बूड़े जानवर नहीं जहाँ मर्ज़ी उन्हें छोड़ दो
बुज़ुर्ग मिट्टी के बर्तन नहीं जब मर्ज़ी उन्हें तोड़ दो
जिस घर के बुजुर्ग दुखी हैं वहाँ बरकत नहीं होती
उस घर में सतगुरु की भी कोई कृपा नहीं होती
बुज़ुर्ग नकारा नहीं मगर होते हैं वरदान घर का
जहाँ बुज़ुर्ग नहीं वो घर बन जाता है आखड़ा दंगल का
वहाँ मिलता नहीं किसी को भी सुख चैन मन का
मगर नयी पीड़ी भूल रही है महत्त्व बुजुर्गों का
बच्चों को संस्कार देने का फ़र्ज़ होता है माँ बाप का
बच्चों को चाहिए करें दिल से सम्मान बुजुर्गों का.
जब बेटे के पाओं में आ जाए जूता बाप का
बाप को चाहिए वो बन जाए दोस्त बेटे का
जीना हो जाएगा आसान बच्चों का व बुज़ुर्गों का
मिलेगा प्यार बच्चों को न होगा अपमान बुजुर्गों का
सब के लिए बन सकता है हर घर सुकून से जीने का
करता है बंसी इलतजा बनाओ घर मंदिर प्यार मोहाबत का
किस्मत वालों को ही मिलता है प्यार बच्चों का
खुश किस्मत के सर पर ही होता है हाथ बुज़ुर्गों का
हर एक बनता है बुज़ुर्ग आता है बढ़ापा सब का
मगर किस्मत वालों को ही मिलता है प्यार बच्चों का
बंसी(मधुर)
Last edited by Bansi Dhameja; 01-10-2015 at 09:30 PM.
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