सन 2115 का करवा चौथ व्रत
सन 2115 का करवा चौथ व्रत
नींद में व्यक्ति अक्सर स्वप्नलोक में पहुँच जाता है. इसे ईश्वर का वरदान ही कहा जायेगा कि स्वप्नलोक में समय और स्थान की सीमायें खुद ब खुद समाप्त हो जाती हैं. इससे बड़ी सुविधा क्या हो सकती है. विज्ञान मंगल ग्रह पर उतर चुका है और वीनस के नज़दीक से होता हुआ सुदूर अंतरिक्ष में अरबों मील दूर अभी सफ़र में है लेकिन स्वप्नलोक की परिधि पर ही घूम रहा है. हर व्यक्ति स्वप्नलोक में जाने कैसे कैसे आश्चर्यलोक की यात्रा करता है वह खुद भी दांतों तले उंगली दबा लेने को मजबूर हो जाता है. ऐसे ही एक स्वप्न की दास्तान आपको सुनाना चाहता हूँ.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 30-10-2015 at 07:37 PM.
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