Re: बिहारी सदस्यों और असदस्य भाइयों को धन्यव&a
भाई अमित एण्ड हिरो भैया आप दोनो की दुवा अल्लाह कबुल करे
आमिन
लेकिन दोस्त एक दिल मेँ
बात हैँ
आपलोग अगर कहे तो मैँ बात आगे बढाउँ लेकिन सिर्फ बात
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दोस्ती करना तो ऐसे करना
जैसे इबादत करना
वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना
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