हेमामालिनी ने नृत्य-नाटिका ‘दुर्गा’ की प्रस्तुति दी
भोपाल ! मध्य प्रदेश के 56वें स्थापना दिवस के अवसर पर कल लाल परेड मैदान पर मध्य रात्रि तक चले एक कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध अभिनेत्री और शास्त्रीय नृत्यांगना हेमा मालिनी ने नृत्य-नाटिका ‘दुर्गा’ की प्रस्तुति दी। सह कलाकारों के साथ उनकी यह प्रस्तुति शक्ति, सौंदर्य और श्रृंगार का अनूठा संगम थी। इस लम्बी नृत्य-नाटिका के प्रारंभ में दक्ष प्रजापति प्रसंग का मंचन किया गया, जिसमें देवी सती अपने पति महादेव की इच्छा के बिना और आमंत्रण पाये बगैर जिद करके अपने पिता राजा दक्ष के घर आयोजित यज्ञ में भाग लेने चली जाती हैं। वहां अपने पति के बारे में अपमानजनक बातें कहे जाने पर उन्हें यह सहन नहीं होता और वह अपने शरीर को भस्म कर लेती हैं। नाटिका के अगले चरण में वे राजा हिमाचल के यहां पार्वती रूप में जन्म लेती हैं। इसमें नारद द्वारा पार्वती को शिव की प्राप्ति के लिए तप करने का सुझाव देने, माता-पिता द्वारा उनहें ऐसा न करने की शिक्षा, माता-पिता की बात न मानकर पार्वती द्वारा घोर तपस्या और इस तपस्या से प्रसन्न होकर शिव के प्रसन्न होने जैसे प्रसंगों को बहुत कलात्मक और रोचक ढंग से दिखाया गया। इसके बाद शिव-बारात के प्रसंग को भी बहुत अनूठे ढंग से प्रस्तुत किया गया। शिव-पार्वती के विवाह के साथ नाटिका का यह भाग संपन्न हुआ।