Re: फ़िल्मी दुनिया/ क्या आप जानते है?
क्या आप जानते हैं कि –
अपने ज़माने की मशहूर अदाकारा सुरैया बचपन से ही अभिनेत्री-गायिका खुर्शीद से बहुत प्रभावित थीं. खुर्शीद उनकी माँ मुमताज उर्फ़ मलका की गहरी सहेली थी. 1940 के दशक में इन्हीं के गाये कुछ सदाबहार गीत हमेशा के लिए उनके प्रशंसकों / संगीत प्रेमियों के दिल में बस गए. इन्हीं गीतों में कुछ हैं – ‘पहले जो मोहब्बत से इंकार किया हो’ (फिल्म: परदेसी/ 1941), ‘घटा घनघोर’ व ‘बरसो रे’ (फिल्म: तानसेन/ 1943), ‘मधुर मधुर गा रे मनवा’ (फिल्म: भक्त सूरदास/ 1943). इन्हीं अभिनेत्री - गायिका खुर्शीद के गीतों के रिकॉर्ड सुन कर सुरैया ने बचपन से गाने का रियाज़ आरम्भ कर दिया था. सुरैया ने मुंबई रेडियो स्टेशन के बच्चों के कार्यक्रम में भाग ले कर गाना शुरू किया. इस कार्यक्रम में वे फिल्म परदेसी में खुर्शीद का गाया गीत ‘पहले जो मुहब्बत से इंकार किया होता’ अवश्य गाती थीं. सुरैया ने अपना फ़िल्मी सफ़र का आग़ाज़ एक बाल कलाकार के रूप में किया था. उन्होंने पहले पहल फिल्म ‘ताज महल’ और ‘स्टेशन मास्टर’ में अभिनय किया. बाद में उन्होंने और नर्गिस ने फणी मजुमदार के निर्देशन में बनी फिल्म ‘तमन्ना’ में बाल कलाकार के रूप में साथ साथ काम किया था. सुरैया के मामा ज़हूर फिल्मों में खलनायक की भूमिकाओं में आते थे. उन्हीं की वजह से सुरैया को फिल्मों में प्रवेश मिल पाया हालांकि सुरैया के पिता पहले उनके फिल्मों में काम करने के विरुद्ध थे. प्रसंगवश, यहाँ यह भी बताते चलें कि सुरैया की माँ भी बहुत सुन्दर थीं और एक बार महबूब खां ने उन्हें अपनी फिल्म में हीरोइन के रोल का प्रस्ताव किया था लेकिन पति की असहमति के चलते बात आगे नहीं बढ़ी.
Last edited by rajnish manga; 10-03-2013 at 12:55 PM.
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