Re: फ़िल्मी दुनिया/ क्या आप जानते है?
क्या आप जानते है कि –
एक भाषा की फिल्म के संवाद को दूसरी भाषा में परिवर्तित करने के लिए डबिंग की मदद ली जाती है. इसके तहत होंटों के मूवमेंट के अनुसार मूल संवाद का भावार्थ ध्यान में रख कर दूसरी भाषा में डायलॉग तैयार करवाए जाते हैं और डबिंग आर्टिस्ट से संवाद रिकॉर्ड करवाए जाते हैं. इसी प्रक्रिया को ही डबिंग के नाम से जाना जाता है (कुछ वर्ष पूर्व भारत में ‘सा रे गा मा’ होम विडिओ ने वार्नर ब्रदर्स की 10 ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाली सन 1939 की फिल्म ‘गॉन विद द विंड’ का हिंदी में डब किया गया संस्करण जारी किया गया जिसे देख कर ऐसा लगता है जैसे मूल फिल्म ही हिन्दी में बनायी गई हो).
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भारतीय फिल्मों के इतिहास में कई गाने ऐसे भी हुए हैं जो एक से अधिक फिल्मों में गवाए गए लेकिन उनका परिणाम हर बार एक सा नहीं रहा. उदाहरण के लिए, फिल्म लावारिस का ज़बरदस्त हिट गीत ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है’ इससे पहले फिल्म मजे ले लो में महेश कुमार ने गाया था लेकिन उस समय यह गाना लोकप्रिय नहीं हुआ था.
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अचला सचदेव ने अपनी युवावस्था में अर्थात 1951 में प्रदर्शित फिल्म ‘काश्मीर’ में कमल कपूर, अल्नासिर व अरुण (गोविंदा के पिता) की माँ का रोल किया था. तब से ले कर करियर के अंत तक वह माँ का रोल ही करती रहीं.
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