Re: सफलता के सूत्र :: देवराज के साथ
परमात्मा का अनुग्रह भी पुरुषार्थी को ही प्राप्त होता है। फ्रैजर मैच के बाद जीतता चला गया। किन्तु कुछ दिनों बाद अवरोध भी सामने आये सेमी फाइनल के एक मैच में उसके बाँये हाथ का अंगूठा टूट गया था। फिर भी उसने अपने मनोबल को गिरने नहीं दिया और विरोधी परिस्थितियों में भी फाइनल गेम को जीत सकने में सफल रहा। स्वर्ण पदक विजेताओं की शृंखला में अपना नाम दर्ज करा सका।
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मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... .
तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,...
तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये ..
एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी,
बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी..
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