16-09-2011, 09:47 PM | #1 |
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फुल्ली फालतू शायरी
इतना कमजोर हो गए तेरी जुदाई से इतना कमजोर हो गए तेरी जुदाई से की एक दिन मच्छर उठा के ले गया चारपाई से .....
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ये दिल तो किसी और ही देश का परिंदा है दोस्तों ...सीने में रहता है , मगर बस में नहीं ...
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16-09-2011, 09:49 PM | #2 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
तेरे दर पर सनम हज़ार बार आयेंगे
तेरे दर पर सनम हज़ार बार आयेंगे घंटी बजायेंगे और भाग जायेंगे ....
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16-09-2011, 09:51 PM | #3 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
मेरे मरने के बार मेरे दोस्तों
यूँ आंसू न बहाना अगर मेरी याद आये तो सीधे ऊपर चले आना .....
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16-09-2011, 09:55 PM | #4 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
क्या आँखें हैं
क्या जुल्फें हैं क्या चेहरा तुमने पाया है ऐसा लगता है जैसे ऐसा लगता है जैसे .... पीपल के पेड से भूत उतर आया है और बुरा लगा तो वापस चढ जाओ ....
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16-09-2011, 09:57 PM | #5 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
ठिक हैँ बाँस जैसी आप की मर्जी आगे आप चलो पीछे हम आते हैँ
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
16-09-2011, 09:58 PM | #6 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
खून से लिख दिया दिवार पर उसका नाम ,
और फिर तोड़ दी हर दीवार ,जिस पर लिखा था उसका नाम क्यों क्यों .... क्योंकि स्पेल्लिंग मिस्टेक थी यार
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16-09-2011, 10:01 PM | #7 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
किस किस को याद करके
किस किसके लिए रोइए आराम बड़ी चीज है चादर ओढ़ कर सोइए
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फोरम के नियम
ऑफलाइन में हिंदी लिखने के लिए मुझे डाउनलोड करें ! आजकल लोग रिश्तों को भूलते जा रहे हैं....! love is life |
16-09-2011, 10:01 PM | #8 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
हा हा हा ....
अजी मिल गएँ हैं तो दोस्ती निभातें हैं आगे -पीछे क्यूँ साथ साथ निकल पडतें हैं ....
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16-09-2011, 10:06 PM | #9 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
तुम दूर सही ..........मजबूर सही पर याद तुम्हारी आती है
तुम साँस वहाँ पर लेते हो और बदबू यहाँ पर आती है ........
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16-09-2011, 10:06 PM | #10 |
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Re: फुल्ली फालतू शायरी
जैसे लोहे को लोहा काटता है
हीरे को हीरा काटता है वैसे ही ... एक दिन तुमको कुत्ता काटेगा |
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