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#1 |
Senior Member
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"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
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#2 |
Senior Member
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"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
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#3 |
Senior Member
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मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
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#4 |
Senior Member
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मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
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#5 |
Senior Member
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मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
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#6 |
Exclusive Member
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सभी चित्र बहुत अच्छे हैँ
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
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#7 |
Super Moderator
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Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
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बहुत खूब ! नूर के ये रंग देख कर मन प्रसन्न हो गया ! धन्यवाद आपका !
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
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#8 |
Special Member
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good one....
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
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#9 |
Administrator
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बहुत ही अच्छे चित्र हैं..
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