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#1 |
Junior Member
Join Date: Mar 2012
Posts: 9
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![]() आप कर रहे हैं, हे पक्षी चहचहाने वाला आपका दिन आंतरिक खुश है खुश अपने रात में के दौरान उपग्रह समारा रोशन है -------------------------- तुम छोड़ रहे हैं नाडा गैथ जंगल में आग प्यार करता है ---------------------------- आप एक हीरे की तरह हैं लेकिन एक हजार गुना अधिक महंगा आप बहुत ज्यादा प्यार करता हूँ --------------------------------- प्रिय पक्षी चहचहाने वाला मेरे घर में कूजन एक छोटे से घर के बगल में या ऊंचा अपने घर में बहुत आनन्द आनन्द है ----------------------------------- प्रिय पक्षी चहचहाने वाला उसके बाद हमने सुना है वर्षों के हजारों जीवन मुझे बताओ नहीं नहीं है ------------------------------------- कम गाना था कि कैसे हमारे लिए अजनबी तुम हमारे दिल और कर रहे हैं बड़े पैमाने पर एक प्रकार का पक्षी पक्षी है ------------------------------------ कि तुम आ गए एक दूरी से किया गया है कभी नहीं रात के अवशेष में बीच में मारो सफेद बादल आपका पंख संभावनाओं को को है ---------------------------------------- और अक्सर पुराने प्यार अपनाने अपनाने है ---------------------------------------- भोर भाग्य रेगिस्तान के लिए मिमी अंतरिक्ष और गति की ओर रेत रोना आग बारी और और हिप नदी नदी है mahmoud el ayat मिस्र |
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#2 | |
VIP Member
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![]() ![]() आपने बहुत ही उम्दा रचना लिखी है ! तहेदिल से दाद कुबूल कीजिए | मिस्र जैसे खूबसूरत मुल्क से हमारे बीच आप आए ! इसके लिए हम आपके एहसानमंद हैँ |
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Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..." click me
Last edited by Dark Saint Alaick; 18-02-2013 at 11:58 PM. |
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#3 |
Super Moderator
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स्वागत, महमूद साहब ! अगर आप इसकी मूल प्रति मुझे भेज दें, तो बेहतर अनुवाद का मैं वादा करता हूं ! आपकी रचना श्रेष्ठ है, भविष्य में भी ऎसी ही श्रेष्ठ रचनाएं आप प्रस्तुत करते रहेंगे, ऎसी उम्मीद है !
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
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#4 |
Administrator
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आपका स्वागत है महबूब साहब.
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#5 |
Junior Member
Join Date: Mar 2012
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#6 |
Banned
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शायद इन्होने google ट्रांसलेटर का उपयोग किया है, इसीलिए बहुत जगह अर्थ स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। खैर मिस्र से आये हमारे नए सदस्य का स्वागत है।
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#7 |
Junior Member
Join Date: Mar 2012
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#8 |
Junior Member
Join Date: Mar 2012
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#9 |
Special Member
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बहुत अच्छे मित्र
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#10 |
Super Moderator
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लगभग दो वर्ष बाद आपको फिर से अपने बीच पाकर मुझे आश्चर्य मिश्रित प्रसन्नता हो रही है, मित्र. इसे कहते हैं 'देर आयद दुरुस्त आयद'. अब हम आपको 'नौ दो ग्यारह' नहीं होने देंगे और हमें उम्मीद है कि आप हमसे 'मुंह मोड़ कर न जायेंगे.'
![]() ^ मुहब्बत इन परिंदों में, क़ायम रहे ताज़िन्दगी
इससे बढ़ कर और क्या होगी ख़ुदा की बंदगी अपने किये हर कौल या वादे पे ये क़ायम रहें दोनों जहाँ से मुड़ के न इनको मिले शर्मिंदगी
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
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