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12-02-2012, 08:12 AM | #1 |
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विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
वैलेंटाइन डे नजदीक है ! प्रेमियों के इस रोमांचक पर्व के अवसर पर हाज़िर है यह नया सूत्र, जो आपको विश्व की सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताओं के रू-ब-रू कराएगा ! लेकिन याद रखें कि प्रेम में सब कुछ सरस, मीठा और मनोहर ही नहीं है, बहुत कुछ ऐसा भी है, जो नीम की तरह कसैला भी है और इस सूत्र की अनेक कवितायें आपको इस रंग के दर्शन भी करवा सकती हैं ! मेरी मंशा है कि इस सूत्र में मैं आपको विश्व की लगभग सभी भाषाओं की श्रेष्ठ कविताओं का रसास्वादन कराऊं और यह सरस यात्रा अगले वेलेंटाइन डे ... फिर उससे अगले ... फिर उससे ... यानी निरंतर चलती रहे ! आमेन !
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
12-02-2012, 08:22 AM | #2 |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
स्पानी कविता
स्पर्श -ओक्ताविओ पाज़ मेरे हाथ खोलते हैं तुम्हारे अस्तित्व के पर्दे। पहनाते हैं नग्नता से परे का परिधान। उघाड़ते हैं तुम्हारी देह के भीतर की देहमालाएं। मेरे हाथ आविष्कार करते हैं तुम्हारी देह के लिए एक दूसरी देह का।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु Last edited by Dark Saint Alaick; 12-02-2012 at 08:27 AM. |
18-02-2012, 12:09 AM | #3 | |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
Quote:
बहुत की खूबसूरत सूत्र बनाया है! मुझे ये कविता बहुत ही पसंद आयी |
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Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..." click me
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03-02-2013, 11:21 PM | #4 | |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
Quote:
आत्म मिलन / अमृता प्रीतम / मेरी सेज हाज़िर है - परन्तु जूतों और कमीज के समान तू अपना बदन भी उतार दे! वहां मूढ़े पर रख दे! कोई ख़ास बात नहीं – यह अपने अपने देस का रिवाज है. |
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12-02-2012, 08:37 AM | #5 |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
चेक कविता
चली जाओ -ज़्देन्येक वागनेर चली जाओ अगर तुम जाना चाहती हो वहां तक जहां से व्योम-गंगा बहती है। तुम्हारी आंखों की चमकीली तारिकाएं मेरे दिल में से तो कभी ग़ायब न होंगी।
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12-02-2012, 08:45 AM | #6 |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
ईरानी कविता
स्वप्न -ज़िबा शिराज़ी एक रात मैंने सपना देखा - कि मैं बादलों के बीच विचर रही हूं कि मैं आसमान में दौड़ लगा रही हूं कि मैं एक अकेली मुस्कुराहट के लिए दो सितारे तोड़ लाई हूं मैंने चाँद के घर में छिटकी चांदनी देखी और यूं ही चहलकदमी करते हुए मैं पहुंच गई सूर्य तक। मैंने बादलों की छांव में बरसती बारिश देखी और छू लिया आकाशगंगा का छोर मैंने सब कुछ देख लिया और नाप ले लिया अनंत व्योम का। किन्तु मैंने अभी तक प्रेम से सुन्दर कुछ भी नहीं देखा भाग्य की कृपा है कि मैं स्वर्ग की सैर कर आई और स्वयं से प्रश्न किया-'वह कौन है जिसने हमें ढाला है?' कौन है वह जो लिखता ही जाता है मनुष्यता की कथाएं और हमें सिखलाए जा रहा है कि अच्छा क्या है, बुरा क्या? अब जबकि मैं स्वर्ग के रहवासियों के साथ कर आई हूं संवाद और सुनकर आई हूं हजारों ज़िन्दगियों का कथासार सब यही कहते हैं कि चलता ही रहता है जीवन तब भी जब दिन होते हैं बुरे और तब भी जब दिवस होते हैं प्रसन्नता से परिपूर्ण। स्वप्नों का क्या कहा जाए वे तो होते हैं मात्र स्वप्न और जीवन चलता ही रहता है अविराम एक दिन जल की तलाश में भटकते-भटकते मरीचिका-सा चुक जाता है जीवन राग। जब से खुली है नींद विचारों का पीछा किए जा रही हूं जिसको भी देखा है; जिससे भी हुआ है संवाद उन सभी के लिए लाई हूं एक समाचार। मैं तुम्हारे कानों में फुसफुसाकर जो सुना है, वही कुछ कहना चाहती हूं इसलिए सारे प्रेमियों के लिए यही है छोटा-सा संदेश- कि 'आई लव यू' कहने से आज तक कभी नहीं हुई है किसी की मौत।
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12-02-2012, 08:57 AM | #7 |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
ईरानी कविता
इकलौती राज़दार -फ़रीदे हसनज़ादे मोस्ताफावी बात तुम्हारे प्रेमपत्रों के पुलिन्दे की नहीं है जो सुरक्षित हैं स्मृतियों की मेरी तिज़ोरी में न ही फूलों और फलों से भरे हुए थैलों की है जिन्हें घर लौटते शाम को लेकर आते हो तुम उस चौबीस कैरेट सोने के ब्रेसलेट की भी नहीं जो शादी की सालगिरह पर भेंट दिया था तुमने तुम्हारे प्रेम की इकलौती राज़दार है प्लास्टिक की वह बदरंग कूड़ेभरी बाल्टी जिसे चौथी मंज़िल से एक-एक सीढ़ी उतरते हर रात बिला नागा मेरे थके अलसाए हाथों से परे हटाते हुए बाहर लिए जाते हो तुम।
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12-02-2012, 09:06 AM | #8 |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
हंगारी कविता
तुम्हारी बाँहों में -मिक्लोश रादनोती तुम्हारी बांहों में झूल रहा हूं मैं चुपचाप मेरी बांहों में झूल रही हो तुम चुपचाप तुम्हारी बांहों में मैं एक बच्चा हूं जो चुप है मेरी बांहों में तुम एक बच्चा हो। मैं तुम्हें सुनता हूं तुम मुझे अपनी बांहों में लेती हो जब मैं डरता हूं तो तुम्हें अपनी बांहों में लेता हूं और मैं डरा हुआ नहीं हूं मौत का गहरा सन्नाटा भी तुम्हारी बांहों में मुझे डरा नहीं सकता तुम्हारी बांहों में मैं मौत से उबर आऊंगा एक सपने की तरह।
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17-02-2012, 08:08 PM | #9 |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
फ़ोटो ने सुत्र को जयादा हीं खुबसुरत बना दिया है
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18-05-2012, 12:53 PM | #10 |
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Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
चीनी कविता
सिर्फ़ एक लड़की जगा सकती है -गून ल्यू यार, मेरी आत्मा के कमरे में शान्ति से सोया हुआ है प्यार जिसे जगा सकती है सिर्फ़ एक लड़की मैं अब तक नहीं जानता उसे
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