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24-12-2020, 03:43 AM | #1 |
Diligent Member
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नूतन वर्ष (मत्तगयंद सवैया छंद)
नूतन वर्ष (मत्तगयंद सवैया छंद)
■■■■■■■■■■■■■■ देश रहे बदहाल सभी बदहाल रहे जग के नर-नारी, संकट था चहुँओर रहा पर संकट पे यह साहस भारी, मान लिया गुजरा यह साल कृपाण भले इक तेज दुधारी, नूतन वर्ष सभी जन में खुशियाँ भर दे महके फुलवारी। रचना- आकाश महेशपुरी दिनांक- 22/12/2020 ■■■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा "आकाश महेशपुरी" ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274304 मो. 9919080399 |
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