|
11-04-2011, 10:23 AM | #1 |
Exclusive Member
Join Date: Feb 2011
Posts: 5,528
Rep Power: 41 |
जन्म दिन की बधाई
जन्मदिन की बधाई यहाँ दें
|
11-04-2011, 10:30 AM | #2 |
Exclusive Member
Join Date: Feb 2011
Posts: 5,528
Rep Power: 41 |
Re: जन्म दिन की बधाई
आज हमारे फोरम के मित्र वीडियो मास्टर जी (रोहित जी ) का जन्म दिन हे !
उनको आज इस शुभ धड़ी पर में अपनी तरफ से हार्दिक बधाई देता हे ! की वो जहा कही भी खुश रहे हमेसा उनकी जिंदगी हमेसा फूलो की तरहा महकती रहे ! कास आज वो हमारे साथ होते तो बधाई देने का मजा और ही निराला होता ! |
11-04-2011, 12:03 PM | #5 |
Senior Member
|
Re: जन्म दिन की बधाई
आप सभी मित्रों का शुक्रिया.....
|
11-04-2011, 12:59 PM | #7 |
Exclusive Member
Join Date: Feb 2011
Posts: 5,528
Rep Power: 41 |
Re: जन्म दिन की बधाई
|
12-04-2011, 11:57 AM | #8 |
Diligent Member
Join Date: Nov 2010
Location: vadodara
Posts: 1,424
Rep Power: 22 |
Re: जन्म दिन की बधाई
मेरी तरफ से भी भुवन जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई/
__________________
The world suffers a lot. Not because of the violence of bad people, But because of the silence of good people! Support Anna Hazare fight against corruption... Notice:->All the stuff which are posted by me not my own property.These are collecting from another sites or forums. |
12-04-2011, 12:24 PM | #10 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: जन्म दिन की बधाई
प्रभू श्री राम को उनके जन्मदिन पर शत-शत नमन । जोग लगन ग्रह बार तिथि सकल भए अनुकूल। चर अरु अचर हर्षजुत राम जनम सुखमूल॥190॥ भावार्थ:-योग, लग्न, ग्रह, वार और तिथि सभी अनुकूल हो गए। जड़ और चेतन सब हर्ष से भर गए। (क्योंकि) श्री राम का जन्म सुख का मूल है॥190॥ चौपाई : नौमी तिथि मधु मास पुनीता। सुकल पच्छ अभिजित हरिप्रीता॥ मध्यदिवस अति सीत न घामा। पावन काल लोक बिश्रामा॥1॥ भावार्थ:-पवित्र चैत्र का महीना था, नवमी तिथि थी। शुक्ल पक्ष और भगवान का प्रिय अभिजित्* मुहूर्त था। दोपहर का समय था। न बहुत सर्दी थी, न धूप (गरमी) थी। वह पवित्र समय सब लोकों को शांति देने वाला था॥1॥ सीतल मंद सुरभि बह बाऊ। हरषित सुर संतन मन चाऊ॥ बन कुसुमित गिरिगन मनिआरा। स्रवहिं सकल सरिताऽमृतधारा॥2॥ भावार्थ:-शीतल, मंद और सुगंधित पवन बह रहा था। देवता हर्षित थे और संतों के मन में (बड़ा) चाव था। वन फूले हुए थे, पर्वतों के समूह मणियों से जगमगा रहे थे और सारी नदियाँ अमृत की धारा बहा रही थीं॥2॥ और सभी भक्तो को राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाये ।
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
Last edited by naman.a; 12-04-2011 at 12:39 PM. |
Bookmarks |
Tags |
birthday, happy birthday, hindi forum, members birthdays |
|
|