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07-03-2014, 05:55 PM | #1 |
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अनोखे गीत - २
नमस्कार!
फिर से एक बार एक नया सुत्र आपके लिए बनाते हुए में खुद को उत्साहीत महेसुस कर रहा हुं । आशा है यह प्रयास भी सभी दोस्तो को पसंद आएगा। 'अनोखे गीत - २" में मेरा प्रयास सबको मेरे कुछ मनपसंद गानों सुनाना है जो सचमुच गहेरे है और उन पर समय/काल का कोई प्रभाव नहिं पडता! (यहां ज्यादातर गीत गुलज़ारजी के लिखे हुए मिलेंगे ।) जो कभी कु्छ संदेश दे जाते है, कभी अपने शब्दो के बहाव में सबको बहा ले जाते है, कभी मन में आशाऍं भर जाते है या कभी जी को यूं ही उदास सा कर जाते है । पेश है एक और रोचक सफ़र... मेरा पुराना सुत्र हैः अनोखे गीत
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07-03-2014, 06:14 PM | #2 |
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Re: अनोखे गीत - २
जीवन एक सफ़र ही तो है, और हम सब मुसाफ़िर ! सुख-दुःख की भावना से भी उपर एक और एहसास है जो ईन्सान को बेफिक्र/बंजारा सा बना देती है। मैने आज कुछ ऐसे ही गीत आपके लिए चुने है!
मुसाफ़िर हु यारो... राह पे रहेतें है... कच्चे रंग उतर जाने दो... ओ माझी रे... आने वाला पल...
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09-03-2014, 11:07 AM | #3 |
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Re: अनोखे गीत - २
आपने बहुत अच्छे और सदाबहार गीत प्रस्तुत किये हैं. आपका धन्यवाद, दीप जी.
एक सुझाव दे रहा हूँ. आपने पांचो गीत एक ही पृष्ठ पर पोस्ट कर दिए हैं. कृपया हर गीत को अलग पृष्ठ पर पोस्ट किया करें. धन्यवाद.
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10-03-2014, 06:44 PM | #4 |
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Re: अनोखे गीत - २
सुंदर मनमोहक.........
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10-03-2014, 08:40 PM | #5 |
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Re: अनोखे गीत - २
गुलज़ारजी ने 'जींदगी' , 'दिल' आदि शब्दो कों रुपक अलंकार में सबसे ज्यादा प्रयोग किया है । यही शैली ईन गानों को सबसे अलग उठाव देती है। देखीए यहां गुलज़ारजी ने सीधे सीधे जींदगी को कह दीया है के....
तुझ से नाराज़ नहिं जींदगी ए जीदगी गले लगा ले तेरे बिना जींदगी से
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Last edited by aspundir; 10-03-2014 at 10:35 PM. |
16-04-2015, 05:30 PM | #6 |
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Re: अनोखे गीत - २
Nice songs collection, I mostly prefer to watch hindi songs online.
Last edited by Deep_; 17-07-2015 at 03:40 PM. Reason: link |
12-03-2014, 11:50 AM | #7 |
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Re: अनोखे गीत - २
और दिल के बारे में एसे कोई कैसे लिख सकता है....गुलज़ारजी के अलावा?
बेचारा दिल क्या करे दिल हुम हुम करे दिल ढुंढता है दिल से दिल तो बच्चा है जी आपको भी गुलज़ारजीका कोई एसा गीत याद हो तो अवश्य कहे....
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13-03-2014, 05:25 PM | #8 |
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Re: अनोखे गीत - २
we want justice. Thanks for information.
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15-03-2014, 02:13 PM | #9 |
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Re: अनोखे गीत - २
गुलज़ारजी के कुछ गीत....जो बच्चो के लिए थे....टीवी सीरियल्स के टाईटल + फिल्मी गीत
टप टप टोपी टोपी चुपडी चाची दानासुर पोटली बाबा की चड्डी पहन के फुल खिला है - k9RVgTX55vo
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13-06-2014, 03:04 PM | #10 | |
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Re: अनोखे गीत - २
Quote:
लकड़ी की काठी....
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