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09-10-2012, 08:29 AM | #1 |
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प्रभु कृपा के दर्शन
यह स्तम्भ इसलिए शुरू किया जा रहा है क्योंकि हमें कभी कभी ऐसा लगता है कि प्रभु कृपा तो इतिहास के भक्त चरित्र जैसे श्री सुदामाजी, श्री नरसीजी, भगवती द्रौपदी, भगवती मीराबाई, श्री प्रह्रलादजी, श्री ध्रुवजी, श्री गजेन्द्र जी के ही जीवन में देखने को मिलती है ।
मैं दृढता से मानता हूँ कि इन भक्त श्रेष्ठों के जीवन तो प्रभु कृपा से ओत प्रोत रहे ही हैं पर वर्तमान के कलियुग के दोषों से भरपूर साधारण मनुष्यों पर भी प्रभु कृपा निरंतर बरसती है क्योंकि - 1 जैसे श्रीसूर्यनारायण प्रभु पूरे विश्व के एक-एक कोने को प्रकाशित करते हैं, प्रकाश से कोई भी अछूता नहीं है, वैसे ही प्रभु कृपा से भी कोई भी जीव अछूता नहीं है ( यह हमारी कमजोरी है कि उस कृपा के हम दर्शन नहीं कर पाते और और उस कृपा को अपनी स्वार्जित उपलब्धि या भाग्य मान कर जीवन में अपनी सामर्थ्य का अंहकार ले आते हैं और अपना पतन करवा लेते हैं ) । 2 प्रभु तो अमावस्या की काली रात में कोयले की खान में भी चलने वाली काली नन्हीं चींटी को भी देखते हैं, उसकी पुकार भी सुनते हैं और उस पर कृपा बरसाते हैं । काली रात ( अमावस्या की ) में काली जगह ( कोयले की खान में ) काले प्राणी ( नन्हीं चींटी ) को देखने और उसकी मदद करने का सामर्थ्य प्रभु के अलावा क्या है किसी में ? प्रभु कृपा तो कलियुग के दोषों से भरपूर साधारण मनुष्यों पर आज भी होती ही रहती है पर हमें उसके दर्शन करने की कला नहीं आती । प्रभु अनुकम्पा से जिन्हें यह कला आती हो, वे अपने जीवन में प्रभु कृपा के दर्शन के अपने अनुभव हमें भेज सकते हैं इस मंच पर खुलकर अपने और अपने परिवार के सदस्यों पर हुये प्रभु कृपा के अनुभव बांटें । इसलिए आपका स्वागत है अपने और अपने परिवार के सदस्यों पर हुये प्रभु कृपा के अनुभव बाँटने के लिए । दूसरों को प्रभु कृपा के दर्शन करवाने पर आपको आन्तरिक शान्ति मिलेगी, ऐसा करने पर स्वंय के अंहकार का क्षय होगा । दूसरों के लिए, आपकी बात प्रेरणा बनेगी और वे भी अपने जीवन में प्रभु कृपा के दर्शन का एंव प्रभु कृपा को अर्जित करने का प्रयास करेंगे । इससे सबका भला ही भला होगा । क्योंकि जो भी जैसे भी प्रभु से जुडता है, उसका भला होना उसी समय सुनिश्चित हो जाता है । प्रभु के बड़े चमत्*कार भी "प्रभु कृपा के दर्शन" हैं और जीव पर दैनिक जीवन में छोटे छोटे कृपा प्रसंग भी "प्रभु कृपा के दर्शन" हैं । क्*योंकि प्रभु कृपा कभी छोटी या बड़ी नहीं होती, कृपा तो कृपा होती है । इसलिए दोनों तरह के प्रसंग को इस स्*तम्*भ में स्*थान दिया जायेगा । वैसे भी जीवन में एक बड़े चमत्*कार की जगह दैनिक जीवन में छोटे छोटे कृपा प्रसंग को मैं ज्*यादा महत्*वपूर्ण मानता हूँ क्*योंकि यह छोटे छोटे कृपा प्रसंग प्रभु सानिध्*य की हमारे जीवन में लगातार अनुभूति कराते रहते हैं । उद्धारण स्*वरूप बचपन में हुआ एक बड़ा चमत्*कार को हम भूल भी सकते हैं, पर दैनिक जीवन में छोटे छोटे प्रसंग में प्रभु कृपा के दर्शन करने की क्षमता अगर आ गई तो पल पल प्रभु की अनुभूति हमारे हृदयपटल पर होने लगेगी । प्रभु से जुडने के इस प्रयास में अपना अनुभव इस मंच पर बांटकर यथाचित सबको प्रेरणा देंवे - (क) किसी बिमारी, दुर्घटना, आपदा - विपदा एंव अन्य प्रतिकूलता के वक्त प्रभु द्वारा भेजे मदद को याद कर उसमें प्रभु कृपा के दर्शन करवाते हुये अपना संस्म*रण हमें भेजें । (ख) ऐसे ही अनुकूलता के वक्त, आपके प्रयासों से बहुत ज्यादा, आपकी अपेक्षा से अधिक प्रभु से मिलने पर अपने प्रभु कृपा के दर्शन किये हो तो अपना संस्म*रण हमें भेजें । (ग) कभी आपके मन में प्रभु ने प्रेरणा जाग्रत करके, आपको निमित बनाकर, प्रभु ने आपके माध्यम से किसी को सहयोग भेजा हो, तो प्रभु प्रेरणा के दर्शन करवाते हुये अपना संस्म*रण हमें भेजें । एक ही परमपिता परमेश्वर के अंश होने के कारण, सभी धर्मो के लोगों का अपने जीवन में घटित प्रभु कृपा के अनुभव बाँटने हेतु इस मंच पर स्वागत है । आप हमें हिन्दी अथवा अंग्रजी, दोनों में से किसी भी भाषा में अपना अनुभव भेज सकते हैं । experienced g o d 's kindness in any incident of your life ? Send-in your real-life experience ...................................... __________________________________________________ _________________________ Last edited by Devotional Thoughts; 09-10-2012 at 08:34 AM. |
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