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03-11-2010, 03:55 PM | #1 |
Exclusive Member
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॥ चर्चा ॥
मित्रो इस सुत्र का मकसद चर्चा करना हैँ
विषय कोई भी हो एक दिन मेँ सिर्फ एक विषय का चर्चा करेँगेँ सभी सदस्य कृप्या आपलोग चर्चा मेँ जरुर अपनी भागीदारी देँ |
03-11-2010, 03:57 PM | #2 |
Exclusive Member
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आज का विषय हैँ
जवानी के बाद बुढापा |
03-11-2010, 04:04 PM | #3 |
Exclusive Member
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बुढापा एक ऍसा शब्द हैँ जो शायद कोई अपने नाम के साथ जानबुझ कर जोडना पसन्द नहीँ करेगा
बुढापे मेँ आके आदमी या औरत अपने औलाद या पडोसी या रिश्तेदार का मोहताज हो जाता हैँ जो कि एक खुद्दार इंसान कभी भी नहीँ चाहेगा |
03-11-2010, 04:07 PM | #4 |
Special Member
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खालिद भाई जो यथार्थ सत्य है उसे हम झुठला नहीं सकते
बुढ़ापा कष्टकारी होता है पर अगर हम जवानी से ही इसके बारे सोचने लगे तो जवानी भी कष्टदायक हो जाएगी
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
03-11-2010, 04:50 PM | #5 |
Diligent Member
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Rep Power: 18 |
सही समय पर उम्र का सही सदुपयोग करना ही अच्छा जीवन जीना है
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03-11-2010, 09:46 PM | #6 | |
Exclusive Member
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Quote:
लेकिन मित्र बात आती हैँ सीखने की तो हम अपने सामने के बुढे को देख कर शिक्षा तो ले सकतेँ हैँ |
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