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02-09-2011, 09:35 PM | #1 |
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खबर.कॉम
मिटो मैं यहाँ पर देश व विदेश के मुख्य समाचार देश के प्रसिद्ध अखबारों से पेश करूंगा,और मैं इसे रोजाना ताज़े समाचारों के साथ अपडेट करता रहूँगा,आप लोग भी इसमें अपना योगदान दें,
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02-09-2011, 09:38 PM | #2 |
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Re: खबर.कॉम
तुर्की ने इसराइली राजदूत को निकाला
पिछले वर्ष गज़ा जा रहे एक जहाज़ी बेड़े पर हमले के लिए माफ़ी मांगने से इनकार करने पर तुर्की ने इसराइली राजदूत को निष्कासित कर दिया है और उसके साथ अपने सभी सैन्य समझौते रद्द कर दिए हैं. तुर्की का ये फ़ैसला संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के लीक होने के बाद आया है. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि गत वर्ष मई में सहायता सामग्री लेकर जा रहे जहाज़ी बेड़े पर हमले के लिए इसराइल ने बडी़ संख्या में सैनिकों का उपयोग किया था. इस हमले में नौ तुर्की कार्यकर्ता मारे गए थे. तुर्की के विदेश मंत्री अहमत दाउतआवलू ने कहा है, "अब समय आ गया है जब इसराइल को अपने ग़ैरक़ानूनी कार्रवाइयों की क़ीमत चुकानी होगी." इसराइल ने माफ़ी मांगने से इनकार करते हुए कहा है कि उसके सैनिकों ने जो कुछ किया वह आत्मरक्षा में किया. |
02-09-2011, 09:43 PM | #3 |
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Re: खबर.कॉम
'अंतरिक्ष में कचरा ख़तरनाक स्तर पर'
अमरीका में वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अंतरिक्ष में 'कचरा' ख़तरनाक़ स्तर पर पहुँच गया है. अमरीका की नेशनल रिसर्च काउंसिल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि बेकार हुए बूसटर और पुराने उपग्रह पृथ्वी के कक्ष में पृथ्वी के आसपास चक्कर लगा रहे हैं. इस रिपोर्ट में ये भी कहा है कि इनसे अंतरिक्ष यान और उपयोगी उपग्रह नष्ट हो सकते है और इससे पहले कि कोई भीषण दुर्घटना हो जाए, अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा को इन्हें हटाने का काम करना चाहिए. नेशनल रिसर्च काउंसिल यानी राष्ट्रीय अनुसंधान परिषद ने अपनी रिपोर्ट में आहवान किया है कि अंतरिक्ष में जमा हुए 'कचरे' को सीमित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय नियम बनाए जाने चाहिए. हाल के वर्षों में हुई इन दो घटनाओं (चीन के टेस्ट और उपग्रहों की टक्कर) से पृथ्वी के कक्ष में कचरे के हिस्सों की तादाद दो गुना हो गई और कचरा हटाने के हमारे पिछले 25 साल के प्रयासों पर पानी फिर गया. हमने (अंतरिक्ष में) पर्यावरण का नियंत्रण खो दिया है शोध का नेतृत्व करने वाले डोनल्ड कैसलर इसमें ये भी कहा गया है कि चुम्बकीय नेट या विशालकाय छतरियों के संभावित इस्तेमाल पर और शोध होना चाहिए ताकि इस संकट का समाधान किया जा सके. हाल में दो झटके लगे अंतरिक्ष में कचरे को सीमित करने के प्रयास को हाल के वर्षों में दो झटके लगे हैं. वर्ष 2007 में चीन में उपग्रह निरोधक हथियार का टेस्ट किया था. इससे मौसम की जानकारी एकत्र करने वाला एक पुराना उपग्रह नष्ट हो गया और वह एक सेंटीमीटर से कुछ बड़े डेढ़ लाख हिस्सों में बिखर गया. दो साल बाद पृथ्वी के कक्ष में एक सक्रिय उपग्रह और एक पुराने उपग्रह की टक्कर हुई जिससे और कचरा फैल गया. नेशनल रिसर्च काउंसिल के शोध का नेतृत्व करने वाले डोनल्ड कैसलर ने कहा, "हाल के वर्षों में हुई इन दो घटनाओं (चीन के टेस्ट और उपग्रहों की टक्कर) से पृथ्वी के कक्ष में कचरे के हिस्सों की तादाद दो गुना हो गई और कचरा हटाने के हमारे पिछले 25 साल के प्रयासों पर पानी फिर गया. हमने (अंतरिक्ष में) पर्यावरण का नियंत्रण खो दिया है." अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को भी इन कचरे के ढेरों से बच कर निकलना पड़ता है क्योंकि ये पृथ्वी के कक्ष में 17,500 मील प्रति घंटे की गति से चलते हैं. |
02-09-2011, 09:57 PM | #4 |
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Re: खबर.कॉम
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02-09-2011, 10:02 PM | #5 |
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Re: खबर.कॉम
बहुत बढ़िया मलेठिया जी.
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अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
02-09-2011, 10:30 PM | #6 |
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Re: खबर.कॉम
देश के आधे सांसद धोखेबाज : अन्ना
गांधीवादी अन्ना हजारे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के अपने गांव रालेगण सिद्धि में कहा कि आजादी की दूसरी लड़ाई की मशाल जल चुकी है और यह मशाल जलती रहनी चाहिए, क्योंकि अभी लम्बी लड़ाई लड़नी है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी देश से सामाजिक और आर्थिक विषमता मौजूद है जिसे दूर करने की जरूरत है। इस मौके पर अन्ना ने कहा कि संसद में बैठे आधे लोग धोखा देने वाले हैं। सांसद ही धोखा देंगे तो देश कैसे चलेगा, लेकिन मुझे संसद पर विश्वास है। गुड़गांव के एक अस्पताल से बुधवार शाम छुट्टी मिलने पर अपने गांव पहुंचे अन्ना हजारे ने हजारों लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अन्याय के खिलाफ हम सभी को मिलकर लड़ना होगा। भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए लड़ाई आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि संविधान में बाबा साहब अम्बेडकर ने जो सपना देखा वह पूरा नहीं हुआ है। अमीर और गरीब के बीच अंतर खत्म होनी चाहिए। आजादी के बाद भी सामाजिक और आर्थिक विषमता बनी हुई है। बाबा साहब का सपना पूरा होना चाहिए। समाज में किसी के पास कुछ भी नहीं है और किसी को सबकुछ मिल गया। अन्ना हजारे ने कहा कि जन लोकपाल विधेयक पर सरकार ने हमेशा धोखा दिया। संसद में बैठे आधे लोग धोखा देने वाले हैं। सांसद ही धोखा देंगे तो देश कैसे चलेगा, लेकिन मुझे संसद पर विश्वास है। उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे कुछ लोग नहीं चाहते थे कि वह अनशन करें। इससे रोकने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया और फिर छोड़ दिया गया। अन्ना हजारे ने कहा कि मैंने पुलिस अधिकारियों से पूछा कि जब छोड़ना ही था तो मुझे गिरफ्तार क्यों किया। पुलिस ने कहा कि ऊपर से आदेश है। मैंने भी जेल से बाहर जाने से इनकार कर दिया और जेल में ही 3 दिन तक अनशन पर बैठा रहा। भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने आंदोलन को देश भर से मिले समर्थन के बारे में गांधीवादी अन्ना ने कहा कि इस आंदोलन में सबसे अहम बात जो मुझे लगी वह यह कि इस आंदोलन ने पूरे देशवासियों को एकजुट किया। देश भर में लोग जाति-पाति, अमीरी-गरीबी से ऊपर उठकर एकजुट हुए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, अन्याय के खिलाफ जब-जब आह्वान किया जाए तो पूरे देश को इसी शक्ति का परिचय देना होगा। अन्याय के खिलाफ लड़ाई में जेल जाने से डरने की जरूरत नहीं है। जो पढ़े-लिखे लोग हैं उन्हें भी जेल में जाना होगा। जेल जाना दोष नहीं, वह भूषण है। शिक्षा के व्यवसायीकरण पर अन्ना हजारे ने कहा कि शिक्षा का व्यवसायीकरण हो गया है जिसकी वजह से देश का सही विकास नहीं हो पा रहा है। स्कूलों में बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। अन्ना हजारे ने कहा, ''आज सत्ता केंद्रित हो गई है। सत्ता कुछ चुनिंदा हाथों में है। लोकतंत्र और जनतंत्र का मतलब है, जो जनता चाहे लेकिन यह तो नौकरशाही है। इसे हमें जनतंत्र बनाना होगा। सत्ता का विकेंद्रीकरण करना होगा। मंत्रालयों के अधिकार ग्राम सभाओं की ओर ले जाने होंगे। सरपंच यदि बिना पूछे काम करता है तो ग्रामसभा को उसे बर्खास्त करने का अधिकार देना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों के खून-पसीने की कोई कीमत नहीं है। किसानों को न्याय मिले इसकी लड़ाई लड़नी होगी। माल खाए मदारी नाच करे बंदर, नहीं चलेगा। मजबूरों और गरीबों के लिए लड़ाई लड़नी होगी। भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए लड़ाई आसान नहीं है। इसके लिए जनता को जागना होगा और सरकार को हिलाना होगा। गांधीवादी ने कहा कि यह सबको पता चल गया है कि संसद से बड़ी जनसंसद है। सरकार को जनता की ताकत समझ में आ गई है। गौरतलब है कि प्रभावी लोकपाल विधेयक के लिए अपनी 3 प्रमुख मांगों को संसद द्वारा सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिए जाने के बाद अन्ना हजारे ने अपना 12 दिनों का अनशन गत रविवार को समाप्त किया। इसके बाद उन्हें गुड़गांव मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। |
02-09-2011, 10:36 PM | #7 |
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Re: खबर.कॉम
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02-09-2011, 11:27 PM | #8 |
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Re: खबर.कॉम
संसद में सोए लालू ने कहा स्*पीकर का काम है नींद से जगाना संसद की कार्रवाई की दौरान नींद का मजा लेने वाले लालू प्रसाद का सभी पार्टियों ने मजाक बनाया है। संसद में नींद प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया व्*यक्*त करते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि 'हम संसद में सो ही रहे थे कोई अपराध नहीं किया है, स्*पीकर का तो काम ही उठाना'। उनके बयान से ऐसा मालूम हो रहा है जैसे संसद में स्*पीकर का काम सांसदों को नींद से जगाना है। संसद में सोने वाले लालू प्रसाद यादव पर चुटकी लेते हुए शरद यादव ने कहा कि पिछले 15 सालों से वे बिहार में सो रहे थे। अब वे संसद में सो रहे हैं। उन्*होंने यह भी कहा कि सोने के लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्*ड रिकॉर्ड में लिखा जाना चाहिए। लालू की नींद की झपकी पर टिप्*पणी करते हुए भाजपा के प्रवक्*ता शहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार की जनता तो लालू प्रसाद को पहले ही सोने की इजाजत दे चुकी है। अब वे सो रहे हैं इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है। गौरतलब है कि आज संसद की कार्रवाई के दौरान लालू प्रसाद की आंख लग गई। लालू इतनी गहरी नींद में आ गए कि स्*पीकर उन्*हें उठाने के लिए कई बार आवाज लगाई। लालू इसके बाद भी नहीं जागे। इतना ही नहीं स्*पीकर ने लालू को कई बार आवाज लगाते हुए कहा कि उठ जाइए उठ जाइए। लालू नींद में इतना मदहोश थे कि उनकी आंख नहीं खुल पाई। इसके बाद उनसे पिछली सीट पर बैठे सांसद ने उन्*हें उठाया। |
16-09-2011, 05:41 PM | #9 |
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Re: खबर.कॉम
फिलीपींस में 'सेक्स हड़ताल' की धमकी के बाद सुधरे पुरुष, हिंसा से तौबा की
फिलीपींस में महिलाओं ने अपने गांव में शांति बहाल करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है। दक्षिणी फिलीपींस के हिंसाग्रस्त एक गांव में महिलाओं ने पुरुषों को धमकी दी है कि अगर वे मारपीट करते रहेंगे तो वे सेक्स के लिए राजी नहीं होंगी। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी रिको साल्सेडो के मुताबिक, 'बेहद अशांत रहने वाले देश के दक्षिणी द्वीप मिंडानाओ के डाडो गांव में महिलाओं ने सेक्स हड़ताल ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। गांव में अब तनाव कम हो गया और 102 परिवारों की खुशियां लौटती दिख रही हैं।' साल्सेडो ने कहा, 'यह इलाके उस कस्बे के तहत आता है जहां पारिवारिक झगड़े, भूमि विवाद बहुत ज़्यादा होते हैं। हड़ताल का यह आइडिया महिलाओं की तरफ से आया था। यह आइडिया महिलाओं के एक समूह का है, जिन्होंने सिलाई का कारोबार शुरू किया था, लेकिन हिंसा के चलते गांव का रास्ता बंद था, जिसके चलते वे अपना काम नहीं कर पा रही थीं। गांव के गुटों के बीच इस रास्ते के आसपास जमकर गोलियां चल चुकी हैं।' यूएनएचसीआर के कर्मचारी टॉम टेंप्रोसा ने बताया, इस इलाके में परिवारों के बीच लंबे समय से विवाद रहा है। यहां एक परिवार के पुरुष दूसरे परिवार के खिलाफ हिंसा पर उतारू रहते हैं। वे एक-दूसरे पर गोलियां चलाते हैं। सिलाई-कढ़ाई करने वाली महिलाओं की अगुवा हस्ना कंडातु ने कहा, 'हम लोगों ने अपने-अपने पति को चेतावनी दी कि अगर वे गांव की शांति भंग करेंगे तो उन्हें सेक्स से वंचित रखा जाएगा।' यूएनएचसीआर के एक वीडियो में कंडातु ने अपनी पति से कही गई बात को कुछ यूं दोहराया, 'अगर आप वहां गए (लड़ने के लिए), आप लौटेंगे नहीं और मैं आपको स्वीकार नहीं करूंगी।' कंडातु का पति भी अपनी पत्नी की धमकी को याद करते हुए बताता है, 'अगर आप गलत चीजें करेंगे तो कटौती के लिए तैयार रहिए।' गौरतलब है कि दक्षिण फिलीपींस के मुस्लिम परिवारों में जमीन, धन और राजनीतिक वर्चस्व के लिए जबर्दस्त हिंसा होती रही है। इस वजह से मुस्लिम अलगाववादियों की घुसपैठ और क्रूरतम अपराधों की तादाद इस इलाके में बढ़ती जा रही है। ऐसे ही एक विवाद में एक प्रभुत्वशाली मुस्लिम परिवार के खिलाफ स्थानीय चुनाव में दक्षिण के एक परिवार को रोकने के लिए उस परिवार के 57 लोगों को मारने के आरोप में मुकदमा चल रहा है।
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बेहतर सोच ही सफलता की बुनियाद होती है। सही सोच ही इंसान के काम व व्यवहार को भी नियत करती है। |
16-09-2011, 05:41 PM | #10 |
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Re: खबर.कॉम
हिंसा रोकने के इस नायाब तरीके पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है? क्या दुनिया के दूसरे हिंसाग्रस्त इलाकों में भी इस तरह के प्रयोग किए जा सकते हैं? यह किस तरह के सामाजिक बदलाव का प्रतीक है?
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