20-04-2013, 09:02 PM | #1 |
Diligent Member
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श्रद्धांजलि उस बेटी को जो दिल्ली की सड़क पर
कैसी तक़दीर जाने ये दिल्ली शहर ले के आ गया दिन आज का एक नया ओर कहर ले के आ गया ! सोचा था नया सवेरा लेकर आएगा आशा की किरण आज का अखबार बलात्कार की खबर ले के आ गया ! इतनी मोमबती जली दिल्ली में बदला फिर भी कुछ नही वहस्तका भूखा भेड़िया फिर गंदी नजर ले के आ गया ! रोंद दी गई आज एक मासूम कली दिल्ली की सड़क पर वक़्त फिर वही पुरानी हवा का पुराना असर ले के आ गया ! अब भी मोमबत्ती उठाके घूमेंगे लोग फिर शायद सड़कों पर ? मोमबत्ती नही जलेगी अब'नामदेव'खुद अपना सर ले के आ गया सोमबीर '''नामदेव ''' |
20-04-2013, 09:10 PM | #2 |
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Re: श्रद्धांजलि उस बेटी को जो दिल्ली की सड़क प
उत्साह से भरपूर है, पर निराशा से भरी है
शासन से है बेचैन बहुत, लफंगों से डरी है लज्जा से 'जय' हमको जमीं में जो दबा दे ये नामदेव की गर्जना है, कविता तो नहीं है
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
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