16-11-2010, 04:35 PM | #8 |
Senior Member
Join Date: Nov 2010
Location: AAP KE DIL MEN
Posts: 450
Rep Power: 16 |
Re: ! आशिकाना शायरी !
जा रे चल उड़ जा रे पंछी
बहारों के देश जा रे यहाँ तेरा क्या है प्यारे उजड़ गयी बगीया तेरे मन की जा रे जा रे चल उड़ जा रे पंछी..................
__________________
तोडना टूटे दिलों का बुरा होता है जिसका कोई नहीं उस का तो खुदा होता है |
Bookmarks |
Tags |
शायरी, hindi shayari, shayaris |
|
|