27-11-2012, 01:36 PM | #8 |
Administrator
|
Re: मेरी लघुकथाएं ::
फर्क भारत में कई स्थानों पर मंदिर और मस्जिद काफी अगल बगल बने हैं ऐसे ही मधुपुर गाँव में ठीक एक मस्जिद के नजदीक ही गणेश भगवान् का मंदिर है। एक बार असलम अली बेग अपने बड़े से परिवार को लेकर जुमे का नमाज पढने मस्जिद जा रहे थे. सब लोग मस्जिद में घुसने ही वाले थे तभी बगल के मंदिर से पुजारी की आवाज़ आई, असलम मियां अपने साहबजादे को संभालिये मंदिर में चले आये हैं। असलम साहब बोले, अभी बच्चा है फर्क करना नहीं जानता।
__________________
अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
Bookmarks |
Tags |
abhishek, short stories |
|
|