25-11-2010, 01:52 PM | #1 |
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^टपोरी भाषा^
दोस्तोँ के बीच टपोरी भाषा का चलन यानी मुम्बई का भाषा
इस्तेमाल तो चलता रहता हैँ इस सुत्र मेँ हमलोग इसी भाषा का इस्तेमाल करेगेँ एक अलग तरह से जैसे हमलोग बात करतेँ हैँ
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
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