26-02-2015, 05:34 PM
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Re: गधा माँगे इन्साफ़
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Originally Posted by rajat vynar
भीम जी, आपके लिए जवाब इधर लगा है। http://myhindiforum.com/showpost.php...8&postcount=24 awww... आपका बहुत—बहुत धन्यवाद, आपने मुझे पागल कहा। कुछ लोग हदीस के हवाले से पैगम्बर मुहम्मद साहब को भी मानसिक रोगी बताते हैं—
“जबीर बिन अब्दुल्लाह ने कहा- एक बार जब काबा की फिर से मरम्मत हो रही थी, और मैं रसूल के साथ पत्थर ढो रहा था, मैंने रसूल से कहा- आप अपनी तहमद(कमरशीट) ऊंची कर दीजिये, ताकि उलझकर आपको चोट न लग जाये। फिर जैसे ही रसूल ने तहमद ऊँची की वह अचानक चिल्लाने लगे, लाओ मेरी तहमद, मेरी तहमद कहाँ है? जबकि तहमद कमर में बंधी हुई थी।” (बुखारी–जिल्द 5 किताब 58 हदीस 170)
“आयशा ने कहा- रसूल हमेशा कल्पनाएँ (पसंद) करते रहते थे। उनको ऐसा भ्रम होता था कि वह कुछ काम कर रहे हैं, या कह रहे हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होता था। मैंने उनका इलाज भी करवाया था। एक दिन दो लोग रसूलकेपासआयेऔरबोलेआपकादिमाग भ्रमित (bewiched ) हो गया है।“ (बुखारी-जिल्द 4 किताब 54 हदीस 490
“आयशा ने कहा कि रसूल जब चाहे मुझसे कहते रहते थे- आयशा वहाँ देखो- जिब्राइल तुम्हें सलाम कर रहा है। लेकिन मुझे वहाँ कोई दिखाई नहीं देता था।” (बुखारी–जिल्द 8 किताब 74 हदीस 266)
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तनिक मोहतरमा आयशा का भी परिचय करा देते बंधुवर। कुछ हमारे ज्ञान मे भी वृद्धि हो जाएगी।
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