20-03-2016, 11:48 AM | #1 |
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होली मनाएं प्यार से
होली मनाएं प्यार से सबसे पहले मेरे सभी पाठकों को , मेरे देशवासियों को और दुनिया के किसी भी कोने में बसे हर भारतवासी को मेरी ओर से होली की अनेकानेक बधाइयाँ और शुभकामनाएं आप सबका ये होली का त्यौहार अत्यंत शुभ हो, और सिर्फ खुशिया ही खुशिया आपके जीवन में लेकर आये . होली शब्द सुनते ही हमारे दिलों में एक उमंग एक उत्साह की लहर दौड़ जाती है सोशल मिडिया से लेकर घर की गृहणिया बच्चे बूढ़े सब मानो ख़ुशी के रंग में रंग जाते हैं कोई खुशियों सह होली मनाने की व्यवस्था में लग जाते है तो कोई अनेक रंगा रंग कार्यक्रम को संजोने में ... यदि ध्यान से देखा जाय , सोचा जाय तो ये बेहद प्यारा त्यौहार है जो दुश्मनी को दूर कर लोगों में भाईचारे का सम्बन्ध बनाता है व्यस्त जीवन के कुछ पल से हमें छुटकारा दिलाकर खुशियाँ प्रदान करता है और जीवन को एक अनोखी स्फूर्ति से भर देता है . वैसे सभी त्यौहार मानव जीवन को उल्लासित करते हैं किन्तु होली के त्यौहार की खासियत और महत्ता इसलिए और बढ़ जाती है क्यूंकि इस दिन खुद भगवान् ने इस दुनिया को ये बताया की दुष्टों का नाश करने के लिए और अपने भक्त की रक्षा के लिए वें धरती पर तक अवतरित हो सकते हैं और कोई भी स्वरुप धारण कर सकते हैं ये तो सर्व विदित है ही की प्र्हालाद को लेकर जब होलिका अग्नि में प्रवेशी तब होलिका का दहन तो गया पर भगवान ने प्रहलाद को बचा लिया था क्यूंकि प्रहलाद जी एक बालक थे और भगवान विष्णु के वें अनन्य भक्त थे .होलिका को वरदान प्राप्त था की वो आग में नहीं जलेगी कभी इसलिए प्रहलाद को ख़त्म करने की बुरी मंशा को लेकर वह अग्नि में प्रहलाद जी को लेकर बैठी किन्तु भगवन ने रक्षा कर दी प्रहलाद जी की क्यूंकि वो निर्दोष भक्त थे और होलिका की नियत बुरी होने की वजह से उसका वरदान भी निष्फल रहा था ये ही सिख दी है भगवन ने की बुरे कर्म का नतीजा हमेशा बुरा होता है और इस तरह होलिका को जलाकर बुरे के नाश का उदहारण इस संसार के सामने रखा होली के दिन ... ये सब तो हो गईंप्राचीन समय की बातें और होली मनाने की वजह . Last edited by rajnish manga; 20-03-2016 at 02:22 PM. |
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होली, होली का त्यौहार, festival of colours, festival of holi, holi |
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