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01-11-2018, 01:54 PM | #1 |
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Daily current affairs in Hindi for UPSC and State PCS exams : 31 October 2018 (Collected from different news papers)
Daily current affairs in Hindi for UPSC and State PCS exams : 31 October 2018 (Collected from different news papers)
1. मृदा जैव विविधता के गंभीर खतरे का सामना करने वाले राष्ट्रों में भारत भी शामिल है: डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. प्रकृति संरक्षण हेतु विश्*वव्*यापी कोष (वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर) द्वारा तैयार वैश्विक मृदा जैव विविधता एटलस के अनुसार भारत की मृदा की जैव विविधता गंभीर खतरे में है। ये निष्कर्ष द्विवार्षिक लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट 2018 के भाग थे। इस वर्ष की रिपोर्ट का एक प्रमुख पहलू मृदा जैव विविधता और परागणों के लिए खतरा है। मृदा जैव विविधता के अंतर्गत सूक्ष्म जीवों, सूक्ष्म जीवों (उदाहरण के लिए सूत्रकृमि और टार्डिग्रेड्स) और लघु-जीवों (चींटियों, दीमक और केचुओं) की उपस्थिति होती है। डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. का 'जोखिम सूचकांक' पूरे विश्*व को ऊपरी भूमि की विविधता नष्*ट होने, प्रदूषण और पोषण की अधिकता, अधिक चारागाह, सघन कृषि, अग्नि, मृदा क्षरण, मरूस्*थलीकरण और जलवायु परिवर्तन के खतरों का संकेत देता है। संबंधित जानकारी जैव विविधता हानि के दो प्रमुख कारण प्राकृतिक संसाधनों और कृषि का अधिक शोषण करना हैं। मछली, पक्षियों, स्तनधारियों, उभयचरों और सरीसृपों की जनसंख्*या में वर्ष 1970 से 2014 तक औसतन 60% की कमी आयी है और ताजे पानी में रहने वाली प्रजातियों में की संख्*या में 83% की कमी आई है। वर्ष 1960 से वैश्विक पारिस्थितिकीय पदचिह्न में 190% से अधिक की वृद्धि हुई है। वैश्विक स्तर पर वर्ष 1970 से झीलों के क्षेत्रों में 87% तक की कमी आयी है। इन समस्याओं का मुकाबला कैसे करें? डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. ने तीन आवश्यक चरण बताए हैं: जैव विविधता को पुन: प्राप्*त करने हेतु स्पष्ट रूप से एक लक्ष्*य निर्धारित करना। प्रगति के मापक और प्रासंगिक संकेतकों के एक समूह को विकसित करना। उन कार्यों के समूह पर सहमत होना जो सामूहिक रूप से आवश्यक समय सीमा के भीतर लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। टॉपिक- जी. एस. पेपर 3 – पर्यावरण स्रोत- डाउन टू अर्थ 2. भारत और जापान ने 75 अरब डॉलर के मुद्रा विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
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