04-12-2022, 09:21 AM | #1 |
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कलम मत बेच देना तुम
कलम मत बेच देना तुम
■■■■■■■■■■ कलमकारों का जो होता धरम मत बेच देना तुम सच्चाई की तरफ बढ़ते कदम मत बेच देना तुम भले सोने व चांदी से जमाना तौलना चाहे कलम के तुम पुजारी हो कलम मत बेच देना तुम मुक्तक- आकाश महेशपुरी दिनांक- 02/12/2022 ■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274309 मो- 9919080399 |
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