07-08-2023, 09:28 PM | #1 |
Diligent Member
|
कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई
कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई
■■■■■■■■■■■■■ कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई कहाँ गइलू पँखिया पसार विन दरसन मन थोर होई जाला अब गछिया प चहँकल ना सुनाला सुन लागे गँउवा जवार ये चिरई कहाँ गइलू पँखिया पसार चिरई हो तहरा के खोजनी कहाँ ना कहँवा बनऽवलू तू जाई के ठिकाना खोजते बीती का दिन चार ये चिरई कहाँ गइलू पँखिया पसार तहरा से भेंट होई अब ना बुझाला मनवा के रोजे रोज काठ मारि जाला सुनलु ना अबले पुकार ये चिरई कहाँ गइलू पँखिया पसार रचना- आकाश महेशपुरी दिनांक- 05/08/2022 ■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274309 मो- 9919080399 |
Bookmarks |
|
|