11-01-2024, 05:03 PM | #1 |
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संगिनी भी साथ रहे
संगिनी भी साथ रहे
■■■■■■■■ गाँव या शहर में है होता जब यज्ञ कोई, पति बैठता है सदा संगिनी के संग में। यही कहते हैं सभी संगिनी भी साथ रहे, पूजा-पाठ, हार, जीत, कष्ट या उमंग में। राम भी अवध में थे किये अश्वमेध जब, सीता जी की मूर्ति बनवाये पीत रंग में। नारी बिन पूजा कोई होती है सफल नहीं, लिखी यह बात धर्म ग्रंथ के प्रसंग में।। घनाक्षरी- आकाश महेशपुरी दिनांक- 10/01/2024 ■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274309 मो- 9919080399 |
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