![]() |
#1 |
Special Member
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 30 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रामचरित मानस एक अद्भुत, विलक्षण और पूर्ण महाकाव्य और ग्रंथ है । इसमे गोस्वामी जी ने मनुष्य जीवन का सार डाल कर एक अलग ही आदर्श स्थापित किया है । मनुष्य अपने धर्म का निर्वाह कैसे करे और उसका मूल धर्म क्या है इसका अद्भुत विश्लेषण इसमे है । उसी मै से कुछ सीख जो तुलसीदास जी समाज को दी है वो इस सुत्र मे डालने का प्रयास करुगा । इसमे से कुछ तत्व की बाते भी है उस पर भी मै प्रकाश डालने की कोशिस करुगा ।
हर मनुष्य को रामचरित मानस का अनुकरण करना चाहिये जिससे वो जीवन मे कभी भी निराश ना हो और अपने जीवन को सफ़ल बना सके ।
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
![]() |
![]() |
Bookmarks |
Tags |
रामचरित मानस, रामायण, रामायण शिक्षा, ram charit manas, ramayan, ramayan shiksha, tulsi ramayan |
|
|