06-08-2013, 09:45 AM | #1511 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
नई दिल्ली। जिन लोगों के परिवार में पहले कैंसर के मामले रहे हैं, वे इस खतरनाक बीमारी के लिए जिम्मेदार जीन्स की जांच कराने के लिहाज से जेनेटिक परामर्श ले सकते हैं और समय पर एहतियाती कदम उठा सकते हैं। सर गंगा राम अस्पताल ने कैंसर के कारक जीन्स का पता लगाने के लिए उत्तर भारत में व्यापक ‘वंशानुगत कैंसर आनुवांशिक कार्यक्रम’ की शुरूआत की है। इस कार्यक्रम के तहत अधिक जोखिम वाले परिवारों की काउंसलिंग की जाएगी और उन्हें इन जीन्स के खतरों की जानकारी देने के साथ अलग-अलग सदस्यों में खतरे की आशंका का पता लगाने के लिए परीक्षण किया जाएगा। अस्पताल में जेनेटिक्स विभाग के निदेशक डॉ आई सी वर्मा ने कहा, ‘‘जो लोग पहले से कैंसर के शिकार हैं उन्हें बताया जाता है कि आनुवांशिक उत्परिवर्तन उनके भविष्य के इलाज को किस तरह प्रभावित कर सकता है। जेनेटिक परामर्श के तहत परिवार के उन सदस्यों की भी जांच की जाएगी जिन्हें यह बीमारी नहीं है लेकिन इसका जोखिम है।’’ इस जेनेटिक परीक्षण के तहत स्तन कैंसर, गर्भाशय, कोलन, आंखों, मस्तिष्क, थॉयराइड, अग्न्याशय, गुर्दे, प्रोस्टेट आदि से जुड़े कैंसर के जीन्स की जांच एनएबीएल की मान्यताप्राप्त प्रयोगशालाओं में उपलब्ध होगी। वर्मा ने कहा, ‘‘अलग-अलग लोगों की जांच में खतरे का पता चलने पर कई तरह की रोकथाम वाले तरीके अपनाकर इनके खतरे को कम किया जा सकता है।’’ इसके अलावा निगरानी बढाने, मैमोग्राफी, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड और अन्य क्लीनिकल परीक्षण जैसे तरीके भी अपनाये जा सकते हैं। जेनेटिक्स विभाग में कार्यरत डॉ प्रतिभा ने कहा, ‘‘उन सभी लोगों को जेनेटिक काउंसलिंग का सहारा लेना चाहिए जिनके किसी करीबी परिजन को शुरूआती स्तर का कैंसर है या खून के रिश्ते वाले एक से ज्यादा सदस्य कैंसर या पुरषों में स्तन कैंसर अथवा सरकोमा जैसे दुर्लभ कैंसर के शिकार हैं।’’
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13-08-2013, 08:27 PM | #1512 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
बेहतरीन........................................... ..............
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24-08-2013, 12:08 PM | #1513 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
अब ठोस बारिश के चलते सूखे से निजात मिलने के आसार
सॉलिड रेन एक पाउडर है जो बहुत मात्रा में पानी सोख सकता है और फिर इसे पूरे साल थोड़ा-थोड़ा कर के छोड़ता रहता है वाशिंगटन। पानी की कमी पूरी दुनिया की समस्या है और सूखे इलाकों में तो ये और गंभीर है। लेकिन क्या सॉलिड रेन इस समस्या से निजात दिला सकती है और क्या इसका इस्तेमाल कर कई गुना ज्यादा फसल हासिल की जा सकती है? संयुक्त राष्टñ का मानना है कि हम जो पानी इस्तेमाल करते हैं उसमें एक बड़ा हिस्सा सिंचाई का होता है। कुछ शोधकर्ता इस पहलू पर काम कर रहे हैं कि क्या खेती में पानी लंबे समय तक इस्तेमाल हो सकता है। सॉलिड रेन असल में एक पाउडर है जो बहुत ज्यादा मात्रा में पानी सोख सकता है और फिर इसे पूरे साल थोड़ा-थोड़ा कर के छोड़ता रहता है ताकि पौधे सूखे में भी जिंदा रह सकें। खास बात ये कि सिर्फ 10 ग्राम पाउडर एक लीटर पानी सोख सकता है। तीन सौ फीसदी ज्यादा फसल कंपनी का कहना है कि पाउडर से जो जेल बनता है वो 10 साल तक रह सकता है। इस तकनीक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल यूं तो बच्चों की नैपी में होता है लेकिन मेक्सिको के एक इंजीनियर सर्गियो जीसस रिको वेलासो ने इस तकनीक का एक अलग पेटेंट वाला संस्करण तैयार किया। वेलासो ने एक कंपनी बनाई जो सॉलिड रेन बेचती है। ये कंपनी बीते 10 साल से मेक्सिको में ये उत्पाद बेच रही है। कंपनी का कहना है कि मेक्सिको की सरकार ने सॉलिड रेन् का परीक्षण किया और पाया कि इसे मिट्टी में मिलाने पर तीन सौ फीसदी ज्यादा फसल हासिल की जा सकती है। सॉलिड रेन कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट एडविन गोन्जालेज के मुताबिक पानी की कमी की वजह से लोगों की इस उत्पाद में दिलचस्पी बढ़ी है। गोंजालेज ने बताया कि ये पाउडर पानी को जकड़ लेता है। हमारा उत्पाद जमीन में 8 से 10 साल तक बना रहता है। शुद्ध पानी इस्तेमाल करने पर ये और लंबे समय तक टिकता है। सॉलिड रेन कंपनी का कहना है कि एक हेक्टेयर जमीन में 50 किलोग्राम पाउडर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। हालांकि ये पाउडर सस्ता नहीं है। 50 किलोग्राम पाउडर की कीमत 1500 डॉलर यानी करीब 92 हजार रुपये है। पाउडर प्राकृतिक होने का दावा सॉलिड रेन का दावा है कि ये पाउडर प्राकृतिक है । कई साल इस्तेमाल पर भी मिट्टी खराब नहीं करेगा। गोंजालेज कहते हैं कि हमारा उत्पाद जहरीला नहीं है। विघटित होने के बाद ये पौधे का हिस्सा बन जाता है। हालांकि सभी इससे सहमत नहीं हैं कि सॉलिड रेन सूखे की समस्या का महत्वपूर्ण हल है। वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी की डॉक्टर लिंडा चाकर स्कॉट कहती है कि ऐसे उत्पाद नए नहीं हैं और ऐसे वैज्ञानिक प्रमाण भी नहीं हैं जिनसे ये लगे कि ये पानी कई साल तक रोक सकते हैं या मिट्टी में दस साल तक रह सकते हैं। जैसे ही जेल सूखने लगते हैं ये वातावरण का पानी भी सोखने लगते हैं। इसका मतलब ये हुआ कि ये सीधे पौधों की जड़ों से पानी लेने लगेंगे। उनका मानना है कि लकड़ी का बुरादा भी प्रभावकारी है। भले ही विज्ञान सॉलिड रेन जैसे पाउडर से होने वाले फायदे के बारे में पूरी तरह से आश्वस्त न हो, गोंजालेज कहते हैंए आॅस्ट्रेलिया और भारत के सूखे इलाकों से हमसे इस पाउडर के बारे में पूछा जा रहा है।
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24-08-2013, 12:56 PM | #1514 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
साइबर सुरक्षा के लिहाज से संदिग्ध है विंडो 8
फ्रैंकफुर्त। जर्मनी की एक सरकारी तकनीकी एजेंसी ने सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के नवीनतम आपरेटिंग सिस्टम विंडो 8 को साइबर सुरक्षा के लिहाज से संदिग्ध बताया है। जर्मनी की सरकार को तकनीकी सुरक्षा के सम्बंध में सलाह देने वाली एजेंसी इंफॉरमेशन सिक्यूरिटी एजेंसी (बीएसआई) ने इस सम्बंध में अपनी वेबसाइट पर एक वक्तव्य जारी किया है। बीएसआई के मुताबिक विंडो 8 कंप्यूटर में इस्तेमाल किया जाने वाला चिप ट्रस्टेड प्लेटफॉर्म मॉड्यूल या टीपीएम 2.0 इस समस्या की मूल वजह है। टीपीएम 2.0 को कंप्यूटर की बेहतर सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन बीएसआई का कहना है कि विंडो 8 और टीपीएम 2.0 को अगर साथ चलाया जाता है, तो इससे आॅपरेटिंग सिस्टम और कंप्यूटर हार्डवेयर दोनों पर नियंत्रण खो सकता है। इससे इसका इस्तेमाल करने वालों के सामने कई तरह की समस्याये खडी हो सकती है। इस नए आपरेटिंग सिस्टम का दुरुपयोग कोई अन्य आदमी भी कर सकता है। माइक्रोसाफट ने बीएसआई के वक्तव्य पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उसने रायटर को बताया है कि कंप्यूटर बनाने वाले इस चिप को हटा भी सकते हैं, इसीलिए जो उपभोक्ता इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहें, वे खरीदते समय इसे हटवा सकते हैं। टीपीएम को एक गैर लाभकारी संगठन ट्रस्टेड कंप्यूटिंग ग्रुप ने डेवलप किया है। इस संगठन को बड़ी कंपनियों माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, आईबीएम और हेवले पैकर्ड से सहायता मिलती है। संगठन ने भी बीएसआई के आरोपों पर कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है।
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24-08-2013, 12:57 PM | #1515 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने बनाई विश्व की सबसे सटीक घड़ी
10,000 दुर्लभ अणुओं का उपयोग कर बनाई गई यिट्टरबियम घड़ी वाशिंगटन। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा है कि उन्होंने दुनिया की सबसे सटीक घड़ी बनाई है, जो किसी भी अन्य घड़ी से 10 गुणा बेहतर है। यह घड़ी यिट्टरबियम तत्व से बनाई गई है और इसका उपयोग समय मापने से इतर नौवहन प्रणालियों, चुंबकीय क्षेत्र एवं तापमान जैसे अन्य प्रौद्योगिकीय उन्नत अनुप्रयोगों में किया जा सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्टैंडर्ड्स एड टेक्नोलोजी के भौतिज्ञ एंन्ड्रियू लुडलो ने कल एक बयान में कहा कि यिट्टरबियम लैटिस घड़ियों की स्थिरता ने उच्च प्रदर्शन वाले समयमापन (टाइमकीपिंग) में अनेक व्यावहारिक अनुप्रयोगों की राह खोली है। यांत्रिक घड़ियों में पेंडुलम की गति का उपयोग समय मापन में होता है, आन्विक घड़ियों में सीजियम अणुओं से नियत आवृत्ति में विकीर्णित प्रकाश के विद्युतचुंबकीय संकेतों का उपयोग किया जाता है। भौतिकविदों ने 10 माइक्रोकल्विन तक प्रशीतित और एक प्रकाशीय जाल में घिरे तकरीबन 10,000 दुर्लभ अणुओं का उपयोग कर अपनी यिट्टरबियम घड़ियां बनाईं।
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26-08-2013, 09:28 PM | #1516 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
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02-09-2013, 04:01 PM | #1517 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
हर आधे घंटे पर लें ‘दो मिनट’ का वॉक ब्रेक
एक नये अध्ययन से सामने आया है कि हर आधे घंटे पर दो मिनट का ‘वॉक ब्रेक’ आपको डायबिटीज जैसी भयानक बीमारी से बचा सकता है। डेली एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक हर आधे घंटे पर चलने फिरने के लिए लिया गया दो मिनट का वॉक ब्रेक, आधे घंटे की लम्बी यात्रा से कई गुणा अधिक लाभदायक है। एथॉनी बर्नेट, जोकि हार्ट ऑफ इंग्लैंड एनएचएस फाउंडेशन के सेवामुक्त मेडिसन प्रोफेसर हैं, ने कहा कि थोड़ा सा जीवनशैली में बदलाव टाइप टू डायबिटीज के रिस्क को काफी हद तक कम कर सकता है, जो रोग ब्रिटेन में महामारी के अनुपात के करीब पहुंच चुका है। Last edited by dipu; 02-09-2013 at 04:18 PM. |
07-09-2013, 12:10 AM | #1518 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
एक तिहाई नियोक्ता लाभ के बारे में कर्मचारियों से चर्चा नहीं करते
नई दिल्ली। किसी कर्मचारी के वेतन पैकेज को तय करने में प्रभावी तरीके से चर्चा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, लेकिन इसके बावजूद करीब एक-तिहाई नियोक्ता ऐसे हैं जो कर्मचारियों के साथ उनको मिलने वाले लाभ के बारे में चर्चा नहीं करते। वैश्विक पेशेवर सेवा कंपनी टावर्स वाटसन के एक सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है। सर्वेक्षण के अनुसार, नियोक्ता हालांकि अपने कर्मचारियों को कथित तौर पर मिलने वाले लाभ में सुधार को अपनी शीर्ष प्राथमिकता बताते हैं, लेकिन इसके बावजूद 31 फीसद कंपनियां ऐसी हैं जो कर्मचारियों को लाभ के बारे में नहीं बतातीं। हालांकि, 31 प्रतिशत का यह आंकड़ा उंचा है, लेकिन 2009 के 55 प्रतिशत की तुलना में वास्तव में इसमें सुधार ही हुआ है। टावर्स वाटसन के निदेशक (बेनिफिट आप्टिमाइजेशन) एशिया प्रशांत मैथ्यू जैक्सन ने कहा, ‘‘आमतौर पर व्यापक लाभ की रणनीति तय करते में आपसी विचार विमर्श को कई बार नजरअंदाज किया जाता है। हालांकि, कई बार निवेश पर रिटर्न में सुधार को एक बेहतर तरीका होता है।’’ यह सर्वेक्षण फरवरी व मार्च, 2013 के दौरान किया गया। इसमें 1,066 नियोक्ता को शामिल किया गया। 91 प्रतिशत नियोक्ता का कहना था कि उनका मानना है कि उनके द्वारा दिए जाने वाले लाभ को कर्मचारी काफी महत्व देते हैं।
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15-09-2013, 02:24 PM | #1519 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
सूत्र पर नये नामकरण का बहुत बहुत स्वागत है, अलैक जी. यह सही है कि सूत्र मुख्य रूप से स्वास्थ्य सम्बन्धी समाचार ही प्रस्तुत कर रहा था, किन्तु ऐसा होने से बहुत से ताज़ा वैज्ञानिक शोध और अनुसंधान कदाचित इस जगह रिपोर्ट होने से रह जाते थे. मुझे विश्वास है कि इस बदलाव से सूत्र का दायरा बहुत विस्तृत हो जाएगा और आने वाले दिनों में विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे शोध-कार्यों की प्रामाणिक जानकारी पाठकों / सदस्यों को आपके माध्यम से मिल पायेगी. कृपया मेरी ओर से हार्दिक धन्यवाद एवम् शुभकामनायें स्वीकार करें, अलैक जी. (आज सूत्र भ्रमण के दौरान ज्ञात हुआ कि अब तक सूत्र पर 19000 से अधिक पाठक/सदस्य अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं जो अपने में एक अलग उपलब्धि है) Last edited by rajnish manga; 15-09-2013 at 02:29 PM. |
15-09-2013, 10:07 PM | #1520 |
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Re: वैज्ञानिक यह कहते हैं ...
अब आ रहा है फैबलेट
नई दिल्ली। बड़ी स्क्रीन वाले स्मार्टफोन यानी फैबलेट अगले 12 से 18 माह में टैबलेट बाजार के लिए खतरा बन जाएंगे। अनुसंधान फर्म आईडीसी ने यह बात कही है। फैबलेट बड़ी स्क्रीन यानी 5 से 8 इंच के स्मार्टफोन होते हैं। इन्हें इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि ये फोन का टैबलेट दोनों की जरूरत पूरी करते हैं। आईडीसी ने कहा कि अब उपकरण क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा और पुराने उपकरणों को कोई नहीं पूछेगा, लेकिन इस बार बड़े आकार यानी 5 इंच से बड़ी स्क्रीन के स्मार्टफोन छोटे यानी 7-8 इंच के टैबलेट बाजार को प्रभावित करेंगे। आईडीसी प्रोग्राम के उपाध्यक्ष (क्लाइंट एंड डिस्प्ले) बॉब ओ डोनेल ने कहा कि अगले 12 से 18 माह में बड़े स्मार्टफोन यानी फैबलेट छोटे आकार के टैबलेट बाजार की हिस्सेदारी कब्जाना शुरू करेंगे।
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