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#31 | |
Member
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'' लड़की के इतने दिन तक बात नहीं करने रास्ता बदल देने पर भी उस लड़के ने हार नहीं मानी वह स लड़की के पीछे गया , बात करने की कोशिश करता रहा......एक बार .... २ बार १० बार ....बार बार लेकिन निराशा मिली.... फिर एक दिन लड़का अपने निअत स्थान पर उसी लड़की के इंतज़ार में था , की अचानक किसी ने उसे पुकारा '' जरा सुनिए '' वह लड़की ही थी और उससे ही मुखातिब थी लड़का चोंक गया की ये सूरज कहाँ से निकला '' जी कहिये '' उत्तर दिया '' क्या आप मेरा एक काम कर सकते हैं '' लड़की ने पूछा '' जी मुझे बहुत ख़ुशी होगी '' लड़का बोला ''आपको मेरे घर चलना होगा '' लड़की की आवाज़ में मिठास थी लड़के का दिल बल्लिओं उछलने लगा '' मिला भी तो छप्पर फाड़ के , जी बिलकुल '' जवाब दिया और लड़की के घर के लिए रवाना हो गए घर पहुँच कर लड़की ने कहा '' आप चाय लेंगे या कोफ़ी '' लड़के ने कहा ''जी तकल्लुफ की कोई बात नहीं '' ''ठीक है '' लड़की ने आवाज दी '' टोनू यहाँ आओ देखो कोन आया है नमस्ते करों बेटा ....... ये मेरा बेटा है मेरे पति एक मल्टी नॅशनल क. में काम करते हैं आज सिनेमा इवनिंग शो की उन्होंने २ टिकट बुक करा रखी थी ... पर ये टोनू एक मिनट को शांत नहीं बैठता है इसलिए आपसे मदद मांगी है ... आप को कोई ऐतराज तो नहीं होगा '' ज ज jssssss जी नहीं जी नहीं ......मम्म मुझे भला क्या ऐतराज हो सकता है लड़के ने फंसी सी आवाज में कहा '' ''तो ठीक है अरे आप बेठिये तो सही टोनू देखो मामा को बिलकुल भी तंग नहीं करना ....... यदि आइसे भूंख लगे तो दूध फ्रिज में रखा है प्लीज़ गरम करके इसे पिला देना मैं चलती हूँ मेरे पति मेरा इन्तजार कर रहे होंगे ''वह कह कर चली गई लड़के के चेहरे पे कई भाव थे वह टोनू को godd में लिए सोच रहा था की KLPD shayad yahi hoti है. इससे ज्यादा टीस भरी कथा कोई हो ही नहीं सकती |
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#32 |
Diligent Member
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वाकई में एक दुखद अंत !
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( वैचारिक मतभेद संभव है ) ''म्रत्युशैया पर आप यही कहेंगे की वास्तव में जीवन जीने के कोई एक नियम नहीं है'' |
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#34 | |
Senior Member
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Posts: 257
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"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
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#36 |
Special Member
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शुभस्य सिघ्रम सिकंदर भाई
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
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#37 |
Administrator
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सिकंदर जी, अब आपकी बारी है.
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#38 |
Super Moderator
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Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
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मैं थोड़ा कन्फ्यूज़ हूं ! याद नहीं आ रहा कि घटना दरअसल कब की है ... मैं पैदा होते ही बिस्तर पर पड़े हुए सुन्दर नर्स को देख कर मुस्कराया था या कुछ बड़ा होने पर अपनी टीचर को लाइन मारने पर मां ने मेरे सर के पिछवाड़े धौल जमाया था, लेकिन रुकिए ... कुछ याद आ रहा है ... बात शायद उस समय की है, जब मैं बस्ता लेकर किसी हाई स्कूल में जाता था, न ... न ... जल्दबाजी नहीं ... मैं हाई स्कूल का स्टूडेंट नहीं था, किसी छोटी क्लास का ही था, लेकिन बड़ी क्लास को पढ़ाने वाली रूपवती टीचर ने मेरा दिल चुरा कर अपनी गोदरेज की आलमारी में छुपा लिया था ! मैं जब भी उनसे याचना करता कि मेरी धडकनें कृपया वापस कर दीजिए, वे सिर्फ मुस्करा देतीं ! बरसों गुज़र गए ... लेकिन मुझे मेरा दिल वापस नहीं मिला ! मैं आज भी उसकी तलाश में हूं ! वह मैम कहीं मिलें और उनके पास मेरा दिल नज़र आए, तो कृपया मुझे लौटाने में मदद करें ... उसके बिना मैं बिलकुल अधूरा हूं !
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
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