12-11-2012, 08:42 AM | #1 |
Member
Join Date: Sep 2012
Posts: 26
Rep Power: 0 |
क़ैद
मैं खुद से ही बिछड़ता जा रहा हूँ जो ओझल हो गए आँखों से उन ख्वाबों को पकड़ता जा रहा हूँ दुनिया के सामने फ़ैलने की चाह में कितना खुद में सिमटता जा रहा हूँ मुठ्ठी भर ख़ुशी पर हक क्या जता दिया दर्द से रिश्ता बनाता जा रहा हूँ एक दिन तो फूल मिलेंगे राहों में बस यूँ ही पत्थर हटाता जा रहा हूँ तुम्हारा ये कहना कि आओगे लौटकर साँसों से भी रिश्ता निभाता जा रहा हूँ |
12-11-2012, 09:34 AM | #2 |
अति विशिष्ट कवि
Join Date: Jun 2011
Location: Vinay khand-2,Gomti Nagar,Lucknow.
Posts: 553
Rep Power: 36 |
Re: क़ैद
भाव बहुत नाजुक चुने हैं आपने . कुल मिला के अच्छी रचना . महफ़िल में रौनक की उम्मीद जगाने हेतु आभार आपका अनिल कृति जी .
|
12-11-2012, 09:42 AM | #3 |
Banned
Join Date: Nov 2010
Location: राँची, झारखण्ड
Posts: 3,682
Rep Power: 0 |
Re: क़ैद
बहुत सुंदर रचना अनिल जी।
|
12-11-2012, 09:48 AM | #4 |
Administrator
|
Re: क़ैद
बहुत अच्छे अनिल जी
__________________
अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
12-11-2012, 03:16 PM | #6 |
VIP Member
Join Date: May 2011
Location: churu
Posts: 122,463
Rep Power: 245 |
Re: क़ैद
खूबसूरत रचना..................
|
12-11-2012, 05:15 PM | #7 |
Senior Member
Join Date: Feb 2011
Location: खानाबदोश
Posts: 669
Rep Power: 26 |
Re: क़ैद
बहुत सुदर .......
खुद से बीछुड़ता जा रहा हूँ .....
__________________
ये दिल तो किसी और ही देश का परिंदा है दोस्तों ...सीने में रहता है , मगर बस में नहीं ...
|
13-11-2012, 09:46 PM | #8 |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: क़ैद
[QUOTE=anilkriti;179747]
तुम्हारा ये कहना कि आओगे लौटकर साँसों से भी रिश्ता निभाता जा रहा हूँ अनिल कृति जी, आह से उपजी कविता अत्यन्त शक्तिशाली बन पड़ी है. उम्मीद की एक भी किरण दिल में बाकी हो तो सपने पूरे होने में विलम्ब नहीं होता. भावों का सम्प्रेषण श्रेष्ठ है. धन्यवाद. Last edited by rajnish manga; 13-11-2012 at 09:51 PM. Reason: टिप्पणी मुद्रित नहीं हुयी |
14-11-2012, 12:29 AM | #9 |
Member
Join Date: Sep 2012
Posts: 26
Rep Power: 0 |
Re: क़ैद
[QUOTE=rajnish manga;180786]रजनीश जी बहुत धन्यवाद की आपको मेरा प्रयास पसंद आया /
|
Bookmarks |
Tags |
life, nature, poem |
|
|