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Old 27-06-2013, 11:02 AM   #11
bindujain
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उपयोगी सूत्र है
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
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Old 28-06-2013, 04:05 PM   #12
VARSHNEY.009
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Originally Posted by maxx View Post
लिंग---
लिंग :- "संज्ञा के जिस रूप से व्यक्ति या वस्तु की जाति (स्त्री या पुरूष ) के भेद का बोध होता हो, उसे लिंग कहते है।"

हिन्दी व्याकरण में लिंग के दो भेद होते है - १.पुलिंग २.स्त्रीलिंग

१.पुलिंग :- जिस संज्ञा शब्द से पुरूष जाति का बोध होता है,उसे पुलिंग कहते है। जैसे -पिता ,राजा,घोड़ा ,कुत्ता,बन्दर ,हंस ,बकरा ,लड़का आदि।

२.स्त्रीलिंग :- जिस संज्ञा शब्द से स्त्री जाति का बोध होता है, उसे स्त्रीलिंग कहते है। जैसे -माता,रानी,घोड़ा,कुतिया,बंदरिया ,हंसिनी,लड़की,बकरी आदि।

प्राणीवाचक संज्ञाओ का लिंग निर्णय आसान है,परन्तुअप्राणीवाचक (वस्तु) संज्ञाओ के लिंग निर्णय में परेशानी होती है, क्योंकि हिन्दी व्याकरण में निर्जीव वस्तुओं को भी पुरूष या स्त्री लिंगो में बाटा जाता है। प्रायः प्रयोग या आवश्यकता के आधार पर लिंग की पहचान हो जाती है,फिरभीकुछ ऐसे प्राणीवाचक शब्द होते है,जिन्हें हमेशा स्त्रीलिंग तथा पुलिंग में ही प्रयोग किया जाता है। कुछ संज्ञा शब्द इन नियमों के अपवाद भी होते है।

१.कुछ प्राणीवाचक शब्द हमेशा पुलिंग या स्त्रीलिंग में ही प्रयुक्त होते है।
(अ) पुलिंग - कौवा ,खटमल,गीदड़ ,मच्छर ,चीता,चीन,उल्लू आदि।
(ब ) स्त्रीलिंग - सवारी ,गुडिया ,गंगा ,यमुना ।

२.पर्वतों के नाम पुलिंग होते है। जैसे -हिमालय ,विन्द्याचल ,सतपुडा आदि।
३.देशों के नाम हमेशा पुलिंग होते है। जैसे -भारत ,चीन ,इरान ,अमेरिका आदि।
४.महीनो के नाम हमेशा पुलिंग होते है । जैसे -चैत,वैसाख ,जनवरी ,फरवरी आदि।
५.दिनों के नाम हमेशा पुलिंग होते है । जैसे - सोमवार,बुधवार ,शनिवार आदि।
६.नक्षत्र -ग्रहों के नाम पुलिंग होते है । जैसे -सूर्य,चन्द्र ,राहू ,शनि आदि।
७.नदियों के नाम हमेशा स्त्रीलिंग होते है। जैसे -गंगा ,जमुना ,कावेरी आदि।
८.भाषा-बोलियों के नाम हमेशा स्त्रीलिंग होते है। जैसे -हिन्दी ,उर्दू ,पंजाबी,अरबी,अवधी,पहाडी आदि।

९."अ' से अंत होने वाले शब्द पुलिंग होते है तथा "ई' ,आई ,इन ,इया आदि से समाप्त होने वाले शब्द स्त्रीलिंग होते है। जैसे :- फल ,फूल,चित्र ,चीन आदि पुलिंग शब्द है । लकड़ी ,कहानी ,नारी,लेखनी,गुडिया ,खटिया आदि स्त्रीलिंग शब्द है।

१०.धातुओं ,अनाज ,द्रव्य ,पदार्थ तथा शरीर के अंगो के नाम पुलिंग होते है। जैसे -सोना,तांबा ,पानी,तेल,दूध, आदि।

११.कुछ संज्ञा शब्दों में मादा या नर लगाकर लिंग का प्रयोग किया जाता है।

भेडिया-मादा भेडिया
नर खरगोश -मादा खरगोश
नर छिपकली - मादा छिपकली

नोट - जिस संज्ञा शब्द का लिंग ज्ञात करना हो ,उसे पहले बहुवचन में बदल लिजिए। बहुवचन में बदल लेने पर यदि शब्द के अंत में "एँ" या "आँ" आता है,तो वह शब्द स्त्रीलिंग है, यदि एँ या आँ नही आता ,तो वह शब्द पुलिंग है ।

उदाहरण:-

पंखा --पंखे --आँ या एँ नही आया---पुलिंग
चाबी --चाबियाँ-- आँ आया है ---स्त्रीलिंग
प्रिय मित्र

लिंग २ नहीं ३ प्रकार के होते है
१. पुर्लिंग
२ . स्त्रीलिंग
३ .उभलिंग
उभयलिंग : इस प्रकार मैं केवल निर्जीव वस्तु आती है। जैसे कुर्सी,मेज इत्यादि
VARSHNEY.009 is offline   Reply With Quote
Old 20-07-2013, 05:02 PM   #13
internetpremi
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Default Re: आओ हिंदी ज्ञान बढाएं

दीपुजी, बिन्दु जैनजी,
कृपया इस सूत्र को आगे ले जाइए
मैं एक दक्षिण भारतीय हिन्दी प्रेमी हूँ
औपचारिक रूप से हिन्दी सीखी नहीं।
केवल स्कूल में थोडी बहुत सीखी थी (अनिवार्य विषय जो था)
हिन्दी बोलने वालों से संपर्क रखकर, टी वी प्रोग्राम/हिन्दी सिनेमा देखकर, और उत्तर भारत में ७ साल रहकर, कुछ हिन्दी सीखी थी।
जब फ़ुरसत मिले इस सूत्र में कृपया कुछ जोडते जाइए।
धन्यवाद
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