05-11-2013, 02:49 PM
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Re: राजेंद्र यादव को विनम्र श्रद्धांजलि
Quote:
Originally Posted by rajnish manga
श्रद्धेय राजेन्द्र यादव जी ने हिंदी कथा साहित्य को न सिर्फ समृद्ध किया बल्कि उसे एक नया कलेवर प्रदान किया. बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में घटित तमाम घटना क्रम तथा वैश्विक फलक पर दिखाई देने वाले राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक व सांस्कृतिक परिवर्तनों की प्रतिच्छाया शताब्दी के उत्तरार्ध की सोच और साहित्य पर भी व्यापक रूप में दिखाई दी. यादव जी का साहित्य भी इन सब परिवर्तनों को आत्मसात करता हुआ चलता है. उनके जाने से हिंदी कथा साहित्य में जो शून्य बन गया है उसे भर पाना आसान नहीं होगा.
मुझे आज 'हंस' के सम्पादकीय लेख याद आते हैं जिनमें निर्भीक पत्रकार राजेंद्र यादव जी लेखनी का तेजस्वी और निडर रूप पाठकों के सामने बार बार आता है.
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