18-08-2014, 10:41 AM | #1 |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 77
Rep Power: 15 |
प्रकृति से सीखें जीवन के मंत्र
पतझड़ का मतलब पेड़ का अंत नहीं : आपके साथ कुछ बुरा होता है तो आप उदास महसूस करते हैं, कई लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। कई लोग आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लेते हैं। लेकिन, सोचिए पतझड़ के समय जब पेड़ में एक भी पत्ती नहीं बचती है तो क्या उस पेड़ का अंत हो जाता है? नहीं। वो पेड़ हार नहीं मानता, नए जीवन और बहार की आस में खड़ा रहता है। और जल्द ही उसमे नयी पत्तियाँ आनी शुरू हो जाती है, उसके जीवन मे फिर से बहार आ जाती है। यही प्रकृति का नियम है। विश्वास रखना चाहिए कि नयी जिन्दगी पुरानी से कहीं बेहतर होगी। |
18-08-2014, 10:51 AM | #2 |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 77
Rep Power: 15 |
Re प्रकृति से सीखें जीवन के मंत्र
नदी का बहाव ऊंचाई से नीचे की ओर होता है : जिस तरह से नदी में पानी का बहाव ऊंचे लेवल से नीचे की ओर ही होता है उसी तरह हमारी जिन्दगी में भी प्रेमभाव का प्रवाह बड़े से छोटे की ओर होता है इसलिए हमें कभी भी अपने आप को दूसरों के सामने ज्ञानवान या बड़ा बताने की जरूरत नहीं है और इससे कोई फायदा भी तो नहीं है, उल्टा प्रेमभाव हम तक बहकर नहीं आएगा।
Last edited by vijaysr76; 18-08-2014 at 10:53 AM. |
18-08-2014, 10:51 AM | #3 |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 77
Rep Power: 15 |
प्रकृति से सीखें जीवन के मंत्र
कमल कीचड़ मे भी रहकर अपनी अलग पहचान बनाता है : जिस तरह कमल कीचड़ मे रहकर भी अपने अंदर कीचड़ वाले गुण विकसित नहीं होने देता है उसी तरह चाहे हमारे आस-पास कितनी ही बुराइयां हों पर उसे अपने अंदर पनपने नहीं देना चाहिए। हमें अपनी अलग पहचान बनाना चाहिए
|
18-08-2014, 10:54 AM | #4 |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 77
Rep Power: 15 |
प्रकृति से सीखें जीवन के मंत्र
ऊंचे पर्वतों मे आवाज का परावर्तन : जब कोई पर्वत की ऊँची चोटी से जोर से आवाज लगाता है तो वही आवाज वापस लौटकर उसी को सुनाई देती है। यही नियम हमारे जीवन में भी लागू होता है। हम वही पाते है जो हम दूसरों को देते है। हम जैसा व्यवहार दूसरो के लिए करते हैं वही हमें वापस मिलता है। यदि हम दूसरों का सम्मान करते है तो हमे भी सम्मान मिलेगा। यदि हम दूसरों के बारे मे गलत भाव रखेंगे तो वो वापस हमें ही मिलेगा। अत: आप जैसा भी व्यवहार करें, याद रखिए कि वो लौटकर आपको ही मिलने वाला है।
|
18-08-2014, 10:57 AM | #5 |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 77
Rep Power: 15 |
प्रकृति से सीखें जीवन के मंत्र
पौधों की अपेक्षा पेड़ देर से तैयार होता है: जिस तरह विशाल पेड़ को तैयार होने मे ज्यादा समय लगता है उसी तरह हमारे महान लक्ष्य को भी पूरा होने मे समय लगता है। लेकिन कुछ लोग धैर्य नहीं रख पाते और अपना काम बीच में ही छोड़ देते हैं। ऐसा करने वाले को बाद में पछतावा ही मिलता है। सो, बड़े लक्ष्य में सफलता के लिए कड़ी मेहनत के अलावा धैर्य की भी आवश्यकता होती है।
|
19-08-2014, 09:53 PM | #6 |
Exclusive Member
Join Date: Jul 2013
Location: Pune (Maharashtra)
Posts: 9,467
Rep Power: 116 |
Re: प्रकृति से सीखें जीवन के मंत्र
सुंदर सूत्र की रचना करने के लिए, मित्र आपका हार्दिक धन्यवाद.........
__________________
*** Dr.Shri Vijay Ji *** ऑनलाईन या ऑफलाइन हिंदी में लिखने के लिए क्लिक करे: .........: सूत्र पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे :......... Disclaimer:All these my post have been collected from the internet and none is my own property. By chance,any of this is copyright, please feel free to contact me for its removal from the thread. |
Bookmarks |
|
|