12-04-2015, 10:58 AM | #31 |
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Re: Movie Reviews
2001 में अंडरग्राउंड स्ट्रीट रेसिंग को लेकर एक शानदार एक्शन फिल्म के साथ शुरुआत करने के बाद ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ सीरीज अब एक ब्लॉकबस्टर फ्रेंचाइजी बन चुकी है जो हर बार खूब एक्साइटिंग बाहनों से होने वाले खूनखराबे और खूब सारे हेंड टू हेंड फाइट सीन्स देती है। भले ही हॉरर फिल्मों के वेटर्न डायरेक्टर जेम्स वान इस बार इस फिल्म की बागडोर संभाले हुए हैं, पर इसके डायलॉग अब भी बहुत बकवास हैं और हमें माइकल बे स्टाइल में औरतों का घटिया अंग-प्रदर्शन भी मिलता है। देखा जाए तो फिल्म का प्लॉट हमेशा की तरह ही काफी कमजोर है। कठोर हत्यारा डेकार्ड शॉ यानी जेसन सटेथेम, डॉम यानी विन डीजल और उसके लोगों के खिलाफ बदले की साजिश रच रहा है जिन्होंने पिछली फिल्म में भाई को इनटेंसिव केयर यूनिट में पहुंचा दिया था। एक सीक्रेट गवर्नमेंट ऑपरेटिव यानी कर्ट रसेल, शॉ को ढ़ूंढ निकालने में डॉम को मदद ऑफर करता है, पर बदले में वो एक कीमती सर्विलांस डिवाइस चाहता है जो आतंकियों के हाथ लग चुका है। इस फिल्म का प्लॉट हमारे हीरो को लॉस एंजिल्स, टोक्यो, डोमिनिकन गणराज्य और काकेशस पहाड़ों से होते हुए अबुधाबी तक ले जाती है, लगातार वाल-टू-वाल एक्शन के साथ जो सिर्फ तब रुकता है जब टाइरिस गिब्सन कोई भद्दा जोक मारता है, या जब डॉम लेट्टी यानी मिशेल रोड्रिग्ज़ की याद ताजा करने की दोबारा कोशिश करता है, हालांकि लेट्टी को अभी भी अपनी याददाश्त खोई हुई है। फिल्म में मिडिल ईस्ट में फिल्माया गया एक शानदार सेट पीस है जहां डीजल और पॉल वॉकर के किरदार एक गगनचुंबी इमारत से दूसरी और फिर तीसरी गगनचुंबी इमारत में कार उड़ाते हैं। ये बहुत ही अटपटा है, पर यही इस सीन को मजेदार भी बनाता है। मैं यही बात फिल्म के हद से ज्यादा लंबे क्लाइमेक्स के बारे में नहीं कहूंगा जो लॉस एंजिल्स की सड़कों पर कई सारे हेलीकॉप्टरों और कारों का पीछा करने के बीच हेंड टू हेंड फाइट के साथ फिल्माया गया है। इस 20 मिनट के तेजी से एडिट किए हुए शो डाउन के बाद मेरा सिर जोर से दर्द करने लगा। फिल्म की कास्ट में ड्वेन जॉनसन एजेंट हाब्स के तौर पर लौटे हैं, हालांकि वो अपना ज्यादातर समय हॉस्पीटल के बिस्तर पर ही गुत्थियां सुलझाने में निकालते हैं। जेसन सटेथेम फिल्म के मुख्य खलनायक के तौर पर खतरनाक हैं। बॉलीवुड के अपकमिंग एक्टर अली फजल को फिल्म में मिडिल ईस्टर्न फ़िक्सर के तौर पर दो सीन का कैमियो मिलता है और वो अपने कॉमिक अंदाज के साथ अच्छा काम करते हैं। पर वो विन डीजल हैं जो फिल्म के अहम किरदार में सारी लाइमलाइट चुरा ले जाते हैं। वो अपने टिपिकल स्टोन फेस एक्सप्रेशंस के साथ भी करिश्माई लगते हैं, और आप आज भी हर बार हंसेगें जब-जब वो परिवार की अहमियत बताते हैं। जो सही में इस फिल्म को इसकी पिछली फिल्मों से अलग बनाती है वो है इसकी इमोशनल डेप्थ, ये सच है कि ब्रायन ओ 'कॉनर के तौर पर ये पॉल वॉकर की आखिरी फिल्म है। फिल्म के प्रोडेक्शन के बीच में ही उनकी दुखद मौत के बावजूद भी, पॉल वॉकर इस फिल्म का अहम हिस्ता हैं, जिसका श्रेय जाता है फिल्म में खूबी से इस्तेमाल किए गए बॉडी डबल्स और सीजीआई इफेक्ट को। आपकी आंखें भर आएंगी जब फिल्म के अंत में उनके किरदार को अलविदा कहा जाता है। किसने सोचा था कि हम ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ फिल्म को नम आंखों के साथ छोड़ेंगे? मैं ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 7’ को पांच में से तीन स्टार देता हूं।
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16-04-2015, 05:25 PM | #32 |
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Re: Movie Reviews
Nice reviews on movie, specially reading hindi forums.
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21-04-2015, 01:00 PM | #33 |
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Re: Movie Reviews
I love City Lites Song.."Muskurane ki vajah tum ho"
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