25-03-2017, 02:53 AM | #1 |
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ये 6 तरह के विनाशकारी शाप फलीभूत हो जाते हैं &
विशेष समय : आठ प्रहर के किसी भी संधिकाल में कहे गए वचन, विचार या खयाल सत्य होने की क्षमता रखते हैं। उक्त संधिकाल में से प्रात: और संध्या की संधि तो सबसे महत्वपूर्ण होती है। पहला विनाशकारी शाप : भूलकर भी आप अपने या दूसरों के बच्चों को गालियां न दें, ना ही कोसें। अक्सर माता-पिता बच्चों को उनकी आज्ञा न मानने पर, पढ़ाई न पढ़ने पर कहते हैं कि तू न ही होता तो अच्छा था, या घर... से चला जा, मर ही जाए तो अच्छा था। पता नहीं कहां से नक्षत्री पैदा हो गया है। नहीं पढ़ेगा तो बर्बाद हो जाएगा। उपरोक्त कई तरह की बातें लोग बच्चों को कहते रहते हैं और ऐसा एक बार नहीं कई बार कहते हैं। बच्चों का मन कच्चा होता है उनके मन में ऐसी बातें घर कर जाती है और अंतत: वे उसी अनुसार जीने लगते हैं जैसा कि आपने..शाप दिया। इसका प्रभाव यह होता है कि बच्चा खुद को अपराधी महसूस करता तो करता ही है और वह यह भी सोचने लगता है कि अच्*छा होता कि मैं पैदा ही नहीं होता या दूसरो के घर पैदा होता। इससे धीरे धीरे सचमुच ही...उसका पढ़ना, लिखना बंद होने लगता है। ऐसे बच्चे आत्महत्या कर लेते हैं या कि बड़े होकर अपने माता पिता से विद्रोह कर चले जाते हैं। दूसरा विनाशकारी शाप : कुलहंता उसे भी कहते हैं तो अपने कुल के नाश के बारे में सोचता रहता है। घर में थोड़े से भी वाद विवाद पर सभी मर जाएं तो अच्छा है- ऐसे वचन बोलता रहता है। महाभारत में ऐसे कई उदाहरण...जिसमें वे किसी न किसी के नाश के बारे में ही सोचते रहते हैं। अंतत: सभी का नाश हो जाता है। सर्वनाश हो जाता है। तीसरा विनाशकारी शाप : अक्सर किसी समस्या से ग्रस्त या रोगी व्यक्ति समस्या के समाधान या रोग से मुक्ति के विपरित यह सोचते रहते हैं कि अच्छा है कि मुझे मौत आ जाए। बहुत ज्यादा गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति के बारे में कुछ लोग यह भी बोलते रहते हैं कि अच्छे है कि भगवन इसे जल्दी उपर उठा ले। यह सोच घातक होती है उन लोगों के लिए भी जो ऐसा दूसरों के बारे में सोच रहे... चौथा विनाशकारी शाप : ऐसा लोगों की संख्या अधिक है जिन्हें 'काली जुबान' का कहा जाता है जो अक्सर दूसरों के बारे में बुरा-बुरा ही बोलते रहते हैं। ऐसे लोगों से यदि आपका विवाद हो जाए तो वे तुरंत ही आपको शाप देने लगेंगे। अच्छा है कि ऐसे लोगों की पहचान करके उनसे जितनी जल्दी हो सके दूर चले जाएं या उनसे दोस्ती बंद कर दें। ऐसे लोगों को आप कुछ भी कहें वे किसी भी बात में बुराई ढूंढ ही लेंगे।ऐसे लोगों की पहचान यह है कि वे अक्सर कहते हैं कि फला फला व्यक्ति का कभी भला नहीं होगा, वो तो तड़फ-तड़फ कर मरेगा, वो तो कुत्ते की मौत मरेगा। अरे वो तो जिंदगी में कुछ नहीं कर सकता। ऐसे लोगों की सोच... नकारात्मक होती है। वे आपकी हर बात को काटने में माहिर होते हैं। यदि आप उनसे कहेंगे कि ये कोर्स कर लेते हैं तो वे कहेंगे कोई फाइदा नहीं, अच्*छा ये कारोबार कर लेते हैं तो कहेंगे कि उसमें तो तूझे भारी.होगा। उनसे कहो कि ये नौकरी कर लेते हैं तो कहेंगे नौकरी में कोई दम नहीं। इस तरह से उनके मुंह से सिर्फ नकारात्मक ही वचन निकलेंगे। ऐसा लोग खुद शापित होते हैं और दूसरों को भी शाप देते रहते हैं। पांचवां विनाशकारी शाप : इसके लक्षण बताते हैं कि एक दिन ये जेल जरूर जाएगा। किसी व्यक्ति ने कोई छोटा अपराध किया या बड़ा उससे लोग कहते हैं देख तूझे तेरे किए का दंड अवश्य मिलेगा। तूछे जेल जाना होगा। भले...ही उस व्यक्ति ने बहुत ही मामूली सा अपराध किया हो लेकिन उसे भयानक दंड मिलने की चेतावनी दी जाती है। उसे सरकार दंड दे या न दे लेकिन उसे फिर दंड जरूर मिलता है। हो सकता है कि वह किसी दूसरे केस में पकड़ा जाए और फिर उस पर केस चला और उसको जेल भी हो गई। उसका शाप सिद्ध हो गया। उसने सच बात कही। अपराधी को अपराध से बचाने के लिए अथवा उसको समझाने के लिए व्यक्ति उसको... उसको डांटता है, रोकता है। फिर भी वह नहीं मानता है तो फिर उसको कहता है कि– देख तू नहीं मानता, तुझे दंड मिलेगा और तू जेल जाएगा, ये तो होगा ही। छठा विनाशकारी शाप : यदि आपने किसी गरीब, भिखारी, अबला या बच्चे का दिल दुखाया है तो उसके दिल से आपके लिए जो बद्दुआ निकलेगी उससे आपको कोई नहीं बचा सकता जितना असर उसकी दुआ में होता है उतना ही असर उसकी बद्दुआ में होता है। आशीर्वाद और शाप उच्च आत्माओं, पवित्र आत्माओं के लिए कोई बड़ी बात नहीं पर समझदार लोग उसे लाभान्वित भी हो सकते हैं और किसी दीन-दुखी की... ‘बद्दुआ’ से बच भी सकते हैं। यहां शाप मुक्ति के कुछ उपाय बताए जा रहे हैं। उनमें से किसी एक उपाय को विद्वान पंडित से विधि जानकर करेंगे तो लाभ मिलेगा। 1.गायत्री मं*त्र या गायत्री-शापविमोचन का पाठ 2.दुर्गा सप्तशती का पाठ 3.चण्डिका शाप विमोचन मंत्र का जाप 4.हनुमान चालीसा और बजरंग बाण internet ke madhyam se |
27-03-2017, 06:34 PM | #2 |
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Re: ये 6 तरह के विनाशकारी शाप फलीभूत हो जाते हैæ
bahut sundar jankari. yadi aalekh ke pahle bhag me diye gaye shraap ya negative baaton se hum bach kar chalenge to hame uska upaay ya prayaschit karne ki jarurat hi nahin padegi. Nahin to likhe gaye upay to hain hi. Dhanywad, bahan Pushpa ji.
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29-03-2017, 01:22 AM | #3 |
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Re: ये 6 तरह के विनाशकारी शाप फलीभूत हो जाते हैæ
[QUOTE=rajnish manga;560575][SIZE=3]bahut sundar jankari. yadi aalekh ke pahle bhag me diye gaye shraap ya negative baaton se hum bach kar chalenge to hame uska upaay ya prayaschit karne ki jarurat hi nahin padegi. Nahin to likhe gaye upay to hain hi. Dhanywad, bahan Pushpa ji.
बहुत बहुत धन्यवाद भाई, जी आपने बिलकुल सच कहा है की पहले ही यदि ध्यान रखा जाय तो शाप देकर किसी को दुखी क्यों करना और जहाँ तक मेरा मानना है भले आप कितने भी गुस्से में क्यों न हो या भले ही किसी ने कितना भी आपका अहित क्यों न किया हो पर इंसान को धैर्य से काम लेना चाहिए। बददुआ दे तो देते हैं हम किसी को पर छोटी सी बात की वजह से किसीको कभी कभी बहुत ज्यादा सहन करना पड़ता है |
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